रेलवे का नहीं होगा निजीकरण, रेलवे का राजनीतिकरण बंद हो
- रेल मंत्री वैष्णव ने कहा-हमारा लक्ष्य, 400 रुपये से कम खर्च में 1,000 किमी तक आरामदायक सफर
नासिका में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे के निजीकरण का कोई सवाल ही नहीं है। रेलवे का ध्यान सभी को किफायती सेवा मुहैया कराने पर है। रेलवे का मकसद लोगों को 400 रुपये से कम खर्च में 1,000 किमी तक आरामदायक सफर कराना है।
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के स्थापना दिवस समारोह में वैष्णव ने कहा कि अगले पांच वर्षों में रेलवे का पूर्ण कायाकल्प होगा। वंदे भारत, नमो भारत जैसी ट्रेनें, कवच ट्रेन सुरक्षा तंत्र की तैनाती इस बदलाव का नेतृत्व करेंगी। यह रेलवे के परिवर्तन का युग है। उन्होंने कहा कि रेलवे के निजीकरण की अफवाहें फैलाने वालों से आग्रह है कि वे याद रखें कि रेलवे और रक्षा भारत को दो रीढ़ हैं व उन्हें हर तरह की राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुनिश्चित किया है कि रेलवे का राजनीतिकरण बंद हो। उनका ध्यान प्रदर्शन, सुरक्षा, तकनीक और सभी को किफायती सेवा प्रदान करने पर है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में रेल बजट 2.5 लाख करोड़ है। पिछले 10 वर्षों में 31,000 किमी नई पटरियां बिछाई गई हैं, जो फ्रांस के नेटवर्क से भी अधिक है। लोगों की सुविधा के लिए वर्तमान में लगभग 12,500 सामान्य श्रेणी के डिब्बे बनाए जा रहे हैं।
आरपीएफ प्रशिक्षण केंद्रों को 35 करोड़
वैष्णव ने कहा, आरपीएफ के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्रों के आधुनिकीकरण के लिए 35 करोड़ निर्धारित किए हैं, जबकि सेवा नियमों और पदोन्नति से संबंधित मांगों पर विचार किया जा रहा है।
33 आरपीएफ कर्मी सम्मानित : केंद्रीय मंत्री ने 2023-24 के दौसन यात्रियों की जान बचाने के उनके साहसी प्रयासों के लिए 33 आरपीएफ कर्मियों को पुलिस पदक और जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किया गया।