PM मोदी आज मुम्बई में देश के पहले WAVE समिट का करेंगे शुभारम्भ

मुम्बई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) गुरुवार को देश के पहले वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड इंटरटेनमेंट समिट (World Audio Visual and Entertainment Summit- WAVES) का मुंबई में उद्घाटन करेंगें। खास बात यह है कि पीएम मोदी इस समारोह में लगभग पूरे दिन मौजूद रहेंगे। जियो वर्ल्ड सेंटर (Jio World Center) में प्रधानमंत्री सुबह साढ़े दस बजे सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे, उसके बाद वह 12 बजे भारत पवेलियन का उद्घाटन करेंगे, जिसमें महाराष्ट्र समेत कई राज्यों की प्रदर्शनी लगी हुई है। देश में पहली बार हो रहे इस समिट में 90 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं,जिसमें 10,000 से ज़्यादा प्रतिनिधि, 1,000 क्रिएटर, 300 से ज़्यादा कंपनियां और 350 से ज़्यादा स्टार्टअप शामिल होंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके बाद पीएम मोदी क्रिएटोस्फियर प्रदर्शनी का दौरा करेंगे और करीब एक साल पहले शुरू की गई 32 क्रिएट इन इंडिया चुनौतियों में से चुने गए क्रिएटर्स से बातचीत करेंगे। आपको बता दें कि इसके लिए देश भर से करीब 1 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए थे। इस प्रदर्शनी को देखने के बाद पीएम मोदी शाम को वेव्स सांस्कृतिक संध्या में हिस्सा लेंगे और शाम को वहां से आठ बजे रवाना होंगे। कुल मिलाकर पीएम मोदी वहां पर करीब 9 घंटे मौजूद रहेंगे।
कनेक्टिंग क्रिएटर्स,कनेक्टिंग कंट्रीज की टैगलाइन के साथ चलने वाला यह कार्यक्रम चार दिनों तक आयोजित किया जाएगा। यह दुनिया भर के क्रिएटर्स, स्टार्टअप्स, उद्योग जगत के दिग्गजों और नीति निर्माताओं को एक साथ लाकर भारत को मीडिया मनोरंजन और डिजिटल नवाचार के लिए एक वैश्विक केंद्र के रुप में स्थापित करेगा। इस समिट में शिखर सम्मेलन में 42 पूर्ण सत्र, 39 ब्रेकआउट सत्र और 32 मास्टरक्लास होंगे, जो प्रसारण, इन्फोटेनमेंट, एवीजीसी-एक्सआर, फ़िल्म और डिजिटल मीडिया सहित विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित किए जाएंगे।
मुंबई में आयोजित किए जा रहे इस सम्मेलन का उद्देश्य क्रिएटिविटी, इंटीनियरिंग और प्रतिभा का लाभ उठाकर एक बेहतर भविष्य को आकार देना है। वेव्स में फिल्मों, ओटीटी, गेमिंग, कामिक्स, डिजिटल मीडिया, एआई, एवीजीसी-एक्सआर, प्रसारण और उभरती तकनीकी को एकीकृत किया जाएगा। यह भारत के मीडिया और मनोरंजन कौशल का एक केंद्र बन जाएगा। सरकार का उद्देश्य वेव्स के जरिए मनोरंजन अर्थव्यवस्था में भारत की उपस्थिति को मजबूत करना और 2029 तक वैश्विक बाजार 50 अरब डॉलर तक पहुंचाना है।