उत्तराखंड़ से इस दिन विदा हो जाएगा मानसून! जानें कितने दिन हैं बाकि

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  • अभी और कई दौर की तेज बारिश का है अंदेशा

उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में आज हल्की बारिश के बाद अब जल्द ही यहां से मानसून की विदाई होने जा रही है। इस संबंंध में मौसम के जानकारों का मानना है कि उत्तराखंड में मानसून विदाई का समय सितंबर का आखिरी सप्ताह रहेगा। जबकि इससे पहले कई जगहों पर की तेज बारिश का दौर देखने को मिल सकता है।

मौसम के जानकारों व वैज्ञानिकों का मानना है कि डिप्रेशन सिस्टम की वजह से उत्तराखंड में लगातार 2 दिनों तक बारिश हुई और तापमान में गिरावट आई। इसके साथ ही अब प्रदेश के कई इलाकों में बारिश का सिलसिला कम होने के साथ थम जाएगा। जिसके चलते 14 सितंबर के बाद इस सिस्टम का असर कम होता दिखेगा।

जानकारों की मानें तो प्रदेश भर में भले ही अब मौसम सुहाना होने के आसार दिखाई दे रहे हो, लेकिन सितंबर के आखिरी सप्ताह से पहले पर्वतीय जिलों के साथ ही कुछ मैदानी इलाकों में कई दौर की तेज बारिश हो सकती है।

अब तक कैसा रहा मौसम का मिजाज
पिछले दो दिनों में भारी बारिश के कारण उत्तराखंड में अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार को जहां देहरादून का अधिकतम तापमान 24.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21.7 डिग्री सेल्सियस रहा। तो वहीं पंतनगर में अधिकतम तापमान 24.6 और न्यूनतम तापमान 24.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अतिरिक्त मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान इस दौरान 15.4 और न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस रहा। तो वहीं नई टिहरी का अधिकतम तापमान 16.8 और न्यूनतम तापमान 14.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां क्या स्थिति बनी…

  • थराली (Chamoli) :
    यहां बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं ।
    पिंडर नदी बारिश के कारण रौद्र रूप धारण कर चुकी है। 
  • केदारनाथ :
    केदारनाथ यात्रा शुक्रवार को भी बाधित रही।
    केदार घाटी में घने कोहरे के कारण हेलीकॉप्टर भी उड़ान नहीं भर सके।
    केदार घाटी में खराब मौसम के चलते ठंड भी बढ़ने लगी है।
  • सोनप्रयाग:
  • यहां के बाजार में सन्नाटा पसरा रहा।
  • यहां पिछले दो दिनों से ढाई हजार यात्री रुके हुए हैं।
  • अधिकतर यात्री तो अपने होटल लॉज से बाहर ही नहीं निकले।
  • इस दौरान गौरीकुंड में रुके 7360 यात्री पैदल मार्ग से सोनप्रयाग लौट आए।
  • खराब मौसम और यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने किसी भी यात्री और स्थानीय व्यक्ति को पैदल मार्ग से केदारनाथ जाने की अनुमति नहीं दी।
  • शनिवार को मौसम ठीक होने पर ही यात्रियों को केदारनाथ के लिए रवाना किया जाएगा।
  • बारिश के कारण फूल चट्टी -जानकी चट्टी के बीच कृष्णा चट्टी के पास दलदल बनने के कारण सड़क धंस गई।
  • वहीं यमुना नदी के कटाव से सड़क धंसने से बड़े-बड़े वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है।
  • आदि बद्री
  • यहां पानी की आपूर्ति शाम तक बाधित रही।
  • बारिश और मलबे के कारण राज्य में 324 मार्ग बंद है।
  • सड़कें जो बंद हैं:
    नैनीताल में – 56
    चमोली में – 50
    पिथौरागढ़ में – 42
    चंपावत में – 39
    अल्मोड़ा टिहरी और रुद्रप्रयाग में  17-17
    देहरादून में – 13
    बागेश्वर में – 9
    उत्तरकाशी में – 5
    उधम सिंह नगर जिले में – 2
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