मध्य प्रदेश के खंडवा में सफाई के लिए कुएं में उतरे आठ लोगों की जहरीली गैस से मौत

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– मुख्यमंत्री ने हादसे पर जताया दुख, मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान

खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में छैगांवमाखन थाना क्षेत्र अंतर्गत कोंडावत गांव में गुरुवार को गणगौर विसर्जन को लेकर कुएं की सफाई करने उतरे आठ लोगों की जहरीली गैस से दम घुटने के कारण मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस, प्रशासन, होमगार्ड और एसडीईआरएफ की टीम पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। करीब तीन घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन में सभी के शव बरामद कर गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन को मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।

जानकारी के अनुसार, कोंडावत गांव के चौक में स्थित कुएं में गणगौर प्रतिमा विसर्जन को लेकर सफाई की जा रही थी, इसी दौरान यह हादसा हो गया। ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी। जानकारी मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम के साथ ही होमगार्ड और एसडीईआरएफ का 15 सदस्यीय दल भी मौके पर पहुंच गया और ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।

ग्रामीणों के मुताबिक, निमांड अंचल में गणगौर पर्व के अंतिम दिन गुरुवार को रणुबाई को विदाई देने के लिए उत्साह का वातावरण रहा। ग्राम कोंडावत में भी ग्रामीणों द्वारा माता के रथ बौड़ाए गए थे। इन रथों के विसर्जन से पूर्व गांव में गणगौर माता की पूजा के साथ भंडारे भी हुए। शाम को जवारे विसर्जन की तैयारियां चल रही थीं। गांव के ही सार्वजनिक कुएं में जवारों का विसर्जन हर साल किया जाता है। जवारे विसर्जित करने से पूर्व सफाई व्यवस्था के लिए गांव के कुनबी समाज के लोग इस कुएं में उतरे, लेकिन वे वापस नहीं आए। अचेत होने लगे, तो इन्हें बचाने के लिए कुछ लोग और कुएं में उतर गए। एक के बाद एक आठ लोग कुएं में कूदे, लेकिन ये वापस नहीं लौट पाए। इसके बाद कोई भी कुएं में उतरने की हिम्मत नहीं दिखा पाया।

घटना की जानकारी लगने पर मौके पर पंधाना विधायक छाया मोरे, खंडवा कलेक्टर ऋषभ गुप्ता, पुलिस अधीक्षक मनोज राय, एसडीएम बजरंग बहादुर, तहसीलदार महेंद्र सिंह, छैगांव माखन थाना प्रभारी सिद्दिया दलबल के साथ पहुंचे। होमगार्ड के जवानों को बुलाया गया। कुंए में मौजूद जहरीली गैस का असर कम करने के लिए, इसमें पाइप से पानी छोड़ा गया। मौके पर क्रेन और एंबुलेंस वाहन भी तैनात किए गए। इसके बाद बचाव के साधनों के साथ होमगार्ड और एसडीईआरएफ की टीम कुएं में उतरी और एक एक कर लोगों को बाहर निकाला गया। इन्हें तुरंत एंबुलेंस से पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।

एसडीएम बजरंग बहादुर ने बताया कि अर्जुन नाम का शख्स कुएं की सफाई करने उतरा, जो जहरीली गैस के कारण बेसुध होकर कुएं में जमा दलदल में डूब गया। उसे बचाने के चक्कर में एक के बाद एक 7 और लोग कुएं में उतरे। ये सब भी जहरीली गैस के कारण दम घुटने से डूब गए और इनकी जान चली गई। सभी आठ शवों को पोस्टमार्टम के लिए छैगांवमाखन के अस्पताल ले जाया गया है। शुक्रवार को शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा विधायक छाया मोरे ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से प्राकृतिक आपदा में मरने वालों को चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता का प्रावधान है। शासन और आरबीसी के प्रावधान के अनुसार आवश्यक मदद की बात कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने कही है।

घटना को लेकर खंडवा कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि गांव के कुछ लोग कुएं में सफाई के लिए उतरे थे, लेकिन कुएं में सल्फाइड या मिथेन जैसी जहरीली गैस बनी थी, जिससे इन लोगों के डूबने की आशंका हुई थी। पता किया गया तो यहां आठ लोग मिसिंग थे। पुलिस, प्रशासन, होमगार्ड और एनडीआरएफ का एक संयुक्त अभियान चलाया।

पुलिस अधीक्षक अमित राय ने बताया कि एसडीईआरएफ के एक्सपर्ट्स ने ग्रामीणों और उपकरणों की मदद लेते हुए सभी शवों को बाहर निकाल लिया है। रेस्क्यू करीब तीन घंटे चला। मृतकों में राकेश (21) पुत्र हरी पटेल, वासुदेव (40) पुत्र आसाराम पटेल, अर्जुन (35) पुत्र गोविंद पटेल, गजानंद (35) पुत्र गोपाल पटेल, मोहन (48) पुत्र मंसाराम पटेल, अजय (25) पुत्र मोहन पटेल, शरण (40) पुत्र सुखराम पटेल और अनिल (28) पुत्र आत्माराम पटेल शामिल हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से कहा कि खंडवा जिले अंतर्गत छैगांवमाखन क्षेत्र के कोंडावत गांव में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में गणगौर विसर्जन के लिए कुएं की सफाई हेतु उतरे एक व्यक्ति के दलदल में फंसने पर बचाने के प्रयास में एक के बाद एक कुएं में उतरे अन्य सात व्यक्ति भी अंदर फंस गए। कुएं में जहरीली गैस से दम घुटने के कारण सभी आठ व्यक्तियों के काल कवलित होने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस, प्रशासन, होम गार्ड्स एवं एसडीईआरएफ की टीम द्वारा जॉइंट रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। दुःख की इस घड़ी में सभी शोकाकुल परिजनों के साथ मेरी गहरी शोक संवेदनाएं हैं। सभी मृतकों के परिवारजनों को चार-चार लाख की आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना है कि सभी पुण्यात्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान और परिजनों को यह गहन दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

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