भारत वाशिंगटन के साथ व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला पहला देश हो सकता है, अमेरिकी मंत्री का दावा

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नई दिल्‍ली, अमेरिका से भारत के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ से आए वैश्विक संकट के बीच भारत ऐसा पहला देश बन सकता है, जो अमेरिका से ट्रेड डील करेगा। अमेरिका के वित्त मंत्री ने यह बयान दिया है

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लगाए रेसिप्रोकल टैरिफ से आए वैश्विक संकट के बीच भारत के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। भारत जल्द ही अमेरिका के साथ बिलेटरल ट्रेड डील पर दस्तखत करने वाला पहला देश बन सकता है। अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने इस संकेत के साथ कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता अंतिम चरण में है।

अगर यह डील तय हो जाती है, तो भारत ट्रंप की ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ नीति से बचने वाला पहला देश बन जाएगा। यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं।

अमेरिका फिलहाल भारत के निर्यात पर 10% टैरिफ लगा रहा है, लेकिन 26% तक का भारी शुल्क लगाने की चेतावनी दे चुका है, जिसे 90 दिनों के लिए स्थगित किया गया है और यह 8 जुलाई को खत्म हो रहा है।

अमेरिका ने क्या कहा
बेसेंट ने वॉशिंगटन में एक राउंडटेबल बातचीत में कहा, “भारत के पास ऊंचे टैरिफ नहीं हैं, गैर-टैरिफ अड़चनें भी कम हैं। न कोई करंसी मैनिपुलेशन है और न ही भारी सब्सिडी – ऐसे में भारत से डील करना अपेक्षाकृत आसान है।” यह बयान ऐसे वक्त आया है जब अमेरिकी उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस भी जयपुर दौरे पर भारत से बाजार खोलने, अमेरिकी एनर्जी और डिफेंस प्रोडक्ट्स की खरीद बढ़ाने की मांग कर चुके हैं।

भारत-अमेरिका व्यापार
अमेरिका का 2024 में भारत से व्यापार घाटा $45.7 अरब था। भारत से अमेरिका को 3% आयात मिला। दोनों देशों के बीच लगातार संबंध प्रगाढ़ हो रहे हैं।

रेसिप्रोकल टैरिफ
ट्रंप की नीति के तहत अगर कोई देश अमेरिकी सामानों पर ज्यादा शुल्क लगाता है, तो अमेरिका उसी अनुपात में जवाबी टैरिफ लागू करता है। भारत के लिए यह 26% तक हो सकता है, जो फिलहाल जुलाई तक रोका गया है।

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