भारत के निर्यात में 9% का इजाफा, आयात 19% बढ़ा…, व्यापार घाटा 5 माह के उच्च स्तर पर पहुंचा

नई दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक्स और इंजीनियरिंग उत्पादों (Electronics and Engineering products) की मांग में अच्छी वृद्धि के कारण भारत का निर्यात (India’s exports) अप्रैल, 2025 में सालाना आधार पर 9.03 फीसदी ((Increased 9.03 percent) बढ़कर 38.49 अरब डॉलर ($ 38.49 billion) पहुंच गया। कच्चे तेल और उर्वरक की खरीदारी बढ़ने से देश का आयात (Country’s Imports) भी एक साल पहले की तुलना में 19.12 फीसदी बढ़कर 64.91 अरब डॉलर पहुंच गया। वाणिज्य मंत्रालय की ओर से बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, निर्यात की तुलना में अधिक आयात के कारण अप्रैल में देश का व्यापार घाटा पांच महीने के उच्च स्तर 26.42 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इससे पहले नवंबर, 2024 में सबसे ज्यादा 31.77 अरब डॉलर का व्यापार घाटा हुआ था। अप्रैल, 2024 में देश से 35.30 अरब डॉलर का निर्यात किया गया था, जबकि आयात 54.49 अरब डॉलर रहा था।
इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों का निर्यात बढ़ा
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों का निर्यात अप्रैल में 39.51 फीसदी बढ़कर 3.69 अरब डॉलर पहुंच गया। इंजीनियरिंग निर्यात 11.28 फीसदी बढ़कर 9.51 अरब डॉलर हो गया। कच्चे तेल का आयात 25.6 फीसदी बढ़कर 20.7 अरब डॉलर हो गया। सोने का आयात 4.86 फीसदी की वृद्धि के साथ 3.09 अरब डॉलर रहा।
सेवाओं का मूल्य 35.3 अरब डॉलर
आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल, 2025 के लिए सेवाओं के निर्यात का अनुमानित मूल्य 35.31 अरब डॉलर था जो अप्रैल, 2024 में 30.18 अरब डॉलर था। सेवाओं के आयात का अनुमानित मूल्य 17.54 अरब डॉलर रहा, जो अप्रैल, 2024 में 16.76 अरब डॉलर था।
अमेरिका-चीन को बढ़ा निर्यात
आंकड़ों के मुताबिक, टैरिफ वार के बीच भारत से अमेरिका निर्यात 27.3 फीसदी बढ़कर 8.42 अरब डॉलर पहुंच गया। वहीं, आयात भी 63.76 फीसदी की वृद्धि के साथ 5.24 अरब डॉलर रहा। वहीं, चीन को निर्यात भी एक साल पहले के 1.25 अरब डॉलर से बढ़कर 1.41 अरब डॉलर पहुंच गया। इस दौरान चीन से आयात भी बढ़कर 9.91 अरब डॉलर पहुंच गया। रूस से आयात भी 17.7 फीसदी बढ़कर 6.23 अरब डॉलर रहा।
आगे भी अच्छी रहेगी रफ्तार
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा, उम्मीद है कि भारत इस निर्यात गति को बनाए रखेगा और वैश्विक चुनौतियों के बावजूद यह हमारे लिए अच्छा वर्ष होगा। हमने इस साल की धमाकेदार शुरुआत की है। 20 देशों व 6 वस्तुओं पर ध्यान देने के बेहतर नतीजे मिल रहे हैं।