GST Portal: अंतिम तारीख से पहले GST पोर्टल क्रैश

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  • करदाताओं की बढ़ी परेशानी, सरकार ने जारी की नई डेडलाइन

GST Portal: जीएसटी के लिए मासिक और त्रैमासिक रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख से एक दिन पहले जीएसटी पोर्टल शुक्रवार को क्रैश हो गया। पोर्टल 24 घंटे ठप पड़ा रहा, जिससे देशभर के हजारों करदाता रिटर्न फाइल नहीं कर पाए। इसे देखते हुए केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीआइसी) ने टैक्स फाइल करने की अंतिम तिथि दो दिन बढ़ा दी है। मासिक जीएसटीआर-1 फाइल करने की अंतिम तिथि 11 जनवरी से बढ़ाकर 13 जनवरी कर दी। वहीं त्रैमासिक जीएसटीआर-1 रिटर्न दाखिल करने की समय-सीमा बढ़ाकर 15 जनवरी कर दी गई। मासिक जीएसटीआर-3बी फाइल करने की नई डेडलाइन 22 जनवरी हो गई है। जिन करदाताओं को त्रैमासिक जीएसटीआर-3बी फाइल करना है, उनके लिए दो डेडलाइन है। कुछ राज्यों के लिए यह 24 जनवरी और कुछ के लिए 26 जनवरी तय की गई है।

सिस्टम: आज दोपहर तक सुधरने के आसार

व्यापारियों ने सरकार से रिटर्न दाखिल करने की समय-सीमा बढ़ाने की मांग की थी, जिसके बाद सीबीआइसी ने यह फैसला किया है। जीएसटीएन अधिकारियों ने बताया कि वेबसाइट शनिवार दोपहर 12 बजे तक सक्रिय होने की संभावना है। तकनीकी टीम इस समस्या को हल करने में जुटी है। पोर्टल क्रैश होने से यूजर्स को जीएसटीआर-1 समरी तैयार करने और दाखिल करने में समस्या हो रही थी। इससे वे दिनभर परेशान रहे। सीबीआइसी ने देर शाम डेडलाइन बढ़ा दी।

दिक्कत: अपडेट में

जीएसटी रिटर्न दाखिल करने की कोशिश कर रहे सीए और व्यापारियों ने बताया कि वे कई घंटों से फ़ॉर्म भरने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन फाइल अपडेट नहीं हो पा रही है। इस समस्या के कारण आखिरी दिन रिटर्न दाखिल करने की योजना बना रहे व्यापारियों के सामने परेशानी खड़ी हो गई थी। डेट बढऩे से उन्हें बड़ी राहत मिली है।

भडक़ा गुस्सा, पूछे सवाल

जीएसटी पोर्टल क्रैश होते ही लोग भडक़ गए। एक्स पर एक यूजर ने लिखा, ‘हमारे पास बहुत धैर्य है। चिंता मत करो। हमने पोर्टल के पहले दिन से ही इस तरह की कई गड़बडिय़ां देखी हैं और जुर्माना भी भरा है। अगर किसी का धैर्य खत्म भी हो जाए तो सुनने वाला कोई नहीं है। एक और यूजर ने पूछा, लेट फीस का क्या होगा, क्या जीएसटी पंजीकृत करदाता को उनके कैश लेजर में 200 रुपए लेट फीस मिलेगी, क्योंकि देरी आपकी तरफ से है?

तारीख बढऩे से राहत

वहीं इस संबंध में ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टैक्स प्रैक्टिशनर्स के सेंट्रल जोन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संदीप अग्रवाल का कहना है कि, जीएसटी को लागू हुए 7 साल हो चुके है। अभी भी विभाग की वेबसाइट कैश हो जाती है, जिससे करदाताओं और टैक्स सलाहकारों को परेशानी होती है। अभी भी करीब 70 प्रतिशत विवरणियां जाना बाकी है। तारीख बढऩे से बड़ी राहत मिली है। अब व्यापारियों के करोड़ों रुपए के भुगतान नहीं अटकेंगे।

हजारों कारोबारी परेशान

वहीं जीएसटी पोर्टल क्रैश होने से छत्तीसगढ़ के करीब 1 लाख कारोबारी रिटर्न फाइल नहीं कर पाए। राजस्थान और मध्य प्रदेश के भी हजारों कारोबारी दिनभर रिटर्न फाइल करने के लिए परेशान होते रहे। देर रात रिटर्न फाइल करने की तिथि बढऩे पर कारोबारियों ने राहत की सांस ली।

 

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