दिल्ली में अचानक बदला मौसम, 74 KM की रफ्तार से चलीं हवाएं, कई जगह उड़ गईं टीन की छतें

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नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली (Capital Delhi) को शनिवार की दोपहर 74 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं (Wind speeds of 74 kilometres per hour) ने बुरी तरह झकझोर दिया। तेज हवा के साथ हुई हल्की बारिश (Light rain) में कई जगहों पर टीन की छतें उड़ गईं तो कहीं पेड़ उखड़ गए। दिल्ली में शनिवार सुबह से ही लोगों को तेज धूप का सामना करना पड़ा। गर्म हवा के थपेड़ों का भी अहसास हुआ, लेकिन दोपहर 2 बजे के बाद दिल्ली के मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिला। ज्यादातर स्थानों पर घने बादल छाने लगे। इसके बाद पहले तो तेज धूल भरी आंधी चलने लगी फिर तेज हवाओं के साथ ही बारिश होने लगी।

दिल्ली के मयूर विहार मौसम केंद्र में सबसे ज्यादा 12.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि, रिज क्षेत्र में 7.8 मिमी बारिश हुई। अचानक आए आंधी-पानी की वजह से लोगों को झुलसाने वाली गर्मी से राहत मिली।

मौसम विभाग के मुताबिक, तेज हवा के मामले में इस मौसम में यह दूसरा मौका है। इससे पहले 2 मई की तड़के आए आंधी-तूफान में हवा की अधिकतम रफ्तार सफदरजंग मौसम केंद्र में 80 किलोमीटर प्रति घंटे रिकॉर्ड की गई थी। उस दिन दिल्ली में तमाम स्थानों पर बारिश भी दर्ज की गई थी।

कई मौसमी घटनाओं के मेल से बदलाव : राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में ही इस बार मई के महीने में मौसम में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है।

दो स्थानों पर दीवार ढहने से चार लोगों की मौत
तेज आंधी-बारिश की वजह से शनिवार को राजधानी में दो अलग-अलग घटनाओं में दीवार ढह गई। हादसे में चार मजदूरों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हैं। पहला हादसा मध्य जिला के नबी करीम इलाके में शनिवार शाम हुआ। अराकशां रोड पर आंधी से बेसमेंट की दीवार गिरने से मजदूर नीचे दब गए। अस्पताल में प्रभु, निरंजन और रोशन मौत हो गई। वहीं, छोटन की हालत खतरे से बाहर है। दूसरा, हादसा शाहबाद डेरी के प्रह्लादपुर बांगर गांव में हुआ। अशोक और सुमित खाली प्लॉट में वेल्डिंग का काम कर रहे थे। तेज आंधी से इमारत की दीवार गिर गई। इससे घायल अस्पताल में अशोक की मौत हो गई।

वाहनों में फंसे लोगों ने मुश्किल से जान बचाई
अचानक आई आंधी और बारिश के कारण इलाके में हड़कंप सा मच गया। करीब 15 से 20 मिनट तक तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर चला। इस दौरान क्राइम ब्रांच की दीवार के पास खड़ी कार पर पेड़ भरभरा कर गिर गया। इस हादसे के समय कार में बैठे दो शख्स समय पर बाहर निकलने में कामयाब हो गए। अचानक भीषण बारिश की वजह से बाइक और ऑटो सवारों को कहीं रुकने का भी मौका नहीं मिला। कुछ लोग दुकानों के शेड के नीचे खड़े देखे गए। हालांकि तेज बौछारों से वे भी बच नहीं सके। बारिश की वजह से जगह-जगह जलजमाव भी देखने को मिला।

आंधी से नमो भारत ट्रेन स्टेशन की छत उड़ी
आंधी-तूफान के चलते नमो भारत ट्रेन के न्यू अशोक नगर स्टेशन की छत को भी भारी नुकसान पहुंचा। तूफान के चलते स्टेशन की छत पर और सीढ़ियों पर लगी टिन शेड उखड़ गईं और जमीन पर गिर पड़ीं। टिन शेड के हिस्से स्टेशन के बाहर लटके देखे गए। इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। चार महीने में ही स्टेशन की छत के टिन शेड उखड़ने से निर्माण गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एनसीआरटीसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आज तेज आंधी के कारण न्यू अशोक नगर नमो भारत स्टेशन की टिन की छत का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।

न्यू अशोक नगर से नमो भारत का संचालन रोका
आरआरटीएस प्रबंधन ने न्यू अशोक नगर से नमो ट्रेन के परिचालन को अगले आदेश तक के लिए रोक दिया है। नमो भारत ट्रेन सेवा फिलहाल मेरठ साउथ से आनंद विहार तक ही संचालित होगी। गत जनवरी ही इस स्टेशन पर नमो भारत ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ था।

अस्पताल के टीन शेड भी उखड़ गए
दिल्ली नगर निगम के सबसे बड़े हिंदू राव अस्पताल में कई पेड़ और टहनियां टूटकर गिर गईं। अस्पताल में बने टीन शेड भी उखड़ गए। हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शनिवार को दोपहर दो बजे के बाद तेज आंधी चली। इसके कारण अस्पताल में अफरातफरी का माहौल नजर आया। इस वजह से ओपीडी पर भी असर पड़ा। कई मरीज अस्पताल परिसर के सड़क मार्ग में चल रहे थे। वह सभी अस्पताल की इमारत की तरफ भागे। तेज आंधी से बचने के लिए काफी लोग अस्पताल की इमारतों में घुसे। आंधी के कारण कई मरीजों को भी दिक्कत हुई। हालांकि, मरीजों के परिजनों ने उन्हें संभाला।

नुकसान को लेकर कंट्रोल रूम में 60 कॉल आईं
दिल्ली में शनिवार शाम आंधी की वजह से नुकसान को लेकर कुल 60 कॉल दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम के पास आईं। इसमें से तीन कॉल इमारत का हिस्सा ढहने की थीं। वहीं इसमें से 10 कॉल पेड़ गिरने से वाहन के क्षतिग्रस्त होने या फिर पेड़ की टहनी टूटकर वाहन पर गिरने से वाहन को नुकसान होने की हैं। कई स्थानों पर टिन शेड और इमारत का झज्जा गिरने की कॉल भी शामिल थीं।

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