दिल्ली में भाजपा का 27 साल का वनवास खत्म, बहुमत से काफी आगे
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नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त दी है। भाजपा 70 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए जरूरी 36 सीटों से काफी आगे निकल चुकी है। राज्य विधानसभा की सीटें सिर्फ दो ही दलों में बंटती हुई दिख रही हैं। कांग्रेस को एक भी सीट मिलती हुई नहीं दिख रही है।
चुनाव आयोग के शाम साढ़े 4 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा 40 सीटें जीत चुकी है, जबकि 08 पर आगे चल रही है। वहीं, आम आदमी पार्टी 18 सीटें जीत चुकी है और 04 पर आगे चल रही है। मतगणना अपने आखिरी दौर में है जिससे आंकड़े बदलने की उम्मीद नहीं है। वहीं आम आदमी पार्टी के नेताओं का जीत का अंतर काफी कम है। चुनावी नतीजों से स्पष्ट है कि भाजपा ने दिल्ली में अपने 27 साल का वनवास खत्म कर दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन, कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज, आप प्रवक्ता दुर्गेश पाठक, राखी बिड़लान और सोमनाथ भारती अपनी सीटें हार गए हैं। वहीं, मुख्यमंत्री आतिशी और कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने अपनी सीट बचा ली है। भाजपा के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, सतीश उपाध्याय, बिजेन्द्र गुप्ता, कांग्रेस से आए कैलाश गहलोत और अरविंदर सिंह लवली, राजकुमार चौहान, मोहन सिंह बिष्ठ, हरीश खुराना और मनजिंदर सिंह सिरसा चुनाव जीत गए हैं। वहीं रमेश बिधूड़ी और आप से आए राजकुमार आनंद कालकाजी से हार गए हैं।
भाजपा को अब तक हुई मतगणना में 45 प्रतिशत से अधिक और आम आदमी पार्टी को 43 प्रतिशत से अधिक मत मिल चुके हैं। कांग्रेस 6 प्रतिशत से अधिक वोटों के साथ तीसरे स्थान पर है।
इन सीटों पर भाजपा विजयी–
नरेला से राज करन खत्री, तिमारपुर से सूर्य प्रकाश खत्री, आदर्श नगर से राज कुमार भाटिया, रिठाला से कुलवंत राणा, नांगलोई जाट से मनोज कुमार शौकीन, मंगोल पुरी से राज कुमार चौहान, रोहिणी से विजेन्द्र गुप्ता, शालीमार बाग से रेखा गुप्ता, शकूर बस्तीन से करनैल सिंह, त्रिनगर से तिलक राम गुप्ता, वजीर पुर से पूनम शर्मा, माडल टाउन से अशोक गोयल, मोती नगर से हरीश खुराना, राजौरी गार्डन से मनजिंदर सिंह सिरसा, हरि नगर से श्यावम शर्मा, नजफगढ़ से नीलम पहलवान, बिजवासन से कैलाश गहलोत, राजिंदर नगर से उमंग बजाज, नई दिल्लीे से प्रवेश साहिब सिंह, जंगपुरा से तरविन्दर सिंह मारवाह, कस्तूरबा नगर से नीरज बैसोया, मालवीय नगर से सतीश उपाध्याय, आरके पुरम से अनिल कुमार शर्मा, महरौली से गजेन्द्र सिंह यादव, छतरपुर से करतार सिंह तंवर, संगम विहार से चन्दन कुमार चौधरी, ग्रेटर कैलाश से शिखा रॉय, पटपड़गंज से रविन्दर सिंह नेगी (रवि नेगी), लक्ष्मी नगर से अभय वर्मा, विश्वास नगर से ओम प्रकाश शर्मा, कृष्णा नगर से डा. अनिल गोयल, गांधीनगर से अरविन्दर सिंह लवली, शाहदरा से संजय गोयल, रोहतास नगर से जितेन्द्र महाजन, घोंडा से अजय महावर, मुस्तरफाबाद से मोहन सिंह बिष्ट, करावल नगर से कपिल मिश्रा।
भाजपा इन सीटों पर आगे-
बादली से अहिर दीपक चौधरी, बवाना से रविन्द्र इन्द्राज सिंह, मुन्डका से गजेन्द्र दराल, मादी पुर से कैलाश गंगवाल, जनकपुरी से आशीष सूद, विकासपुरी से पंकज कुमार सिंह, उत्तमम नगर से पवन शर्मा, द्वारका से प्रद्युम्न सिंह राजपूत, मटिआला से संदीप सहरावत।
इन सीटों पर आम आदमी पार्टी विजयी-
किरारी से अनिल झा, सुल्तानपुर माजरा से मुकेश कुमार अहलावत, सदर बाजार से सोम दत्त, चाँदनी चौक से पुनरदीप सिंह साहनी (सैबी), मटिया महल से आले मोहम्मद इक़बाल, बल्लीमारान से इमरान हुसैन, करोल बाग से विशेष रवि, पटेल नगर से प्रवेश रत्न, तिलक नगर से जरनैल सिंह, दिल्ली छावनी से विरेन्द्र सिंह कादियान, देवली से प्रेम चौहान, अम्बेडकर नगर से डा. अजय दत्त, कालकाजी से आतिशी, तुगलकाबाद से सही राम, कोण्डेली से कुलदीप कुमार, सीलमपुर से चौधरी ज़ुबैर अहमद, बाबरपुर से गोपाल राय।
इन सीटों पर आम आदमी पार्टी आगे–
बुराडी से संजीव झा, बदरपुर से राम सिंह नेताजी, ऒखला से अमानतुल्लाह खान, गोकलपुर से सुरेन्द्र कुमार।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में 1993 में विधानसभा बनने के बाद पहले चुनाव में भाजपा जीती। 1998 से भाजपा सत्ता से बाहर हो गई। 1998, 2003 और 2008 में दिल्ली में शीला दीक्षित की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बनी। 2013 के चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला। 32 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ा दल बनी। उसके मना करने पर आप ने कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाई। वह सरकार केवल 49 दिन चल पाई। 2014 में पहली बार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा। 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आप को 67 और भाजपा को तीन और 2020 के विधानसभा चुनाव में आप को 62 और भाजपा को आठ सीटें मिलीं।