भाजपा की ‘महिला विरोधी’ मानसिकता, कभी सत्ता में नही…, बंगला विवाद में आप का BJP पर हमला
नई दिल्ली । दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के बंगले को लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने सीएम आतिशी को सिविल लाइंस क्षेत्र में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित सीएम आवास आवंटित न करने को भाजपा की ‘महिला विरोधी’ मानसिकता की आलोचना की है। पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर सीएम आवास को जबरन खाली कराया गया क्योंकि उपराज्यपाल वीके सक्सेना इसे बीजेपी के किसी वरिष्ठ नेता को आवंटित करना चाहते हैं।
आप और एलजी के बीच अब बंगला विवाद को लेकर तकरार तेज
आप और एलजी के बीच अब बंगला विवाद को लेकर तकरार तेज हो गई है। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, एलजी कार्यालय के सूत्रों ने दावा किया कि 6, फ्लैगस्टाफ रोड बंगला मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास नहीं है और इसे अब तक सीएम आतिशी को आवंटित नहीं किया गया है। इसी बीच आप नेता प्रियंका कक्कड़ ने भाजपा पर महिला विरोधी मानसिकता रखने का आरोप लगाया और कहा कि ‘सीएम आवास से आतिशी का सामान बाहर फेंक दिया गया।’ उन्होंने नवरात्रि के दौरान एक महिला सीएम के घर को सील करने को लेकर भाजपा की निंदा की।
सीएम आवास पर कब्जा करने के लिए चुनाव जीतना जरूरी
कक्कड़ ने कहा कि इस तरह की घटिया हरकत से 27 साल से दिल्ली की सत्ता से दूर पार्टी की 2025 में सत्ता में वापसी की संभावना खत्म हो सकती है। उन्होंने एलजी पर तंज कसते हुए कहा कि सीएम आवास पर कब्जा करने के लिए चुनाव जीतना जरूरी है। आप प्रवक्ता ने कहा, ‘नवरात्र के दौरान जब हम देवी दुर्गा को अपने घर बुलाते हैं और बेटियों की पूजा करते हैं, तो भाजपा ने महिला मुख्यमंत्री के सरकारी आवास को सील कर दिया और उनका सामान बाहर फेंक दिया।’
ऐसी घटिया हरकत की वजह से भाजपा को ऐसा श्राप लगेगा
प्रियंका कक्कड़ ने कहा, ‘ऐसी घटिया हरकत की वजह से भाजपा को ऐसा श्राप लगेगा कि वह अगले 27 साल तक दिल्ली की सत्ता में वापस नहीं आ पाएगी।’ बता दें कि आतिशी द्वारा अपना कुछ सामान सिविल लाइंस स्थित 6, फ्लैगस्टाफ रोड पर शिफ्ट करने के बाद, बुधवार को पीडब्ल्यूडी ने इसे अपने कब्जे में ले लिया, जिससे विवाद खड़ा हो गया। यह बंगला पहले तत्कालीन सीएम अरविंद केजरीवाल का आधिकारिक आवास था। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने दावा किया कि विभाग के सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों की टीम को शाम करीब 5 बजे मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के कर्मचारियों से आवास की चाबियां मिलीं। उन्होंने दावा किया कि आतिशी के कर्मचारियों ने चाबियां सौंपने से पहले स्वेच्छा से सामान हटा दिया।