बड़ी कार्रवाईः पाक-उच्चायोग का अफसर अवांछनीय घोषित, 24 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश

दिल्ली। नई दिल्ली (New Delhi) में पाकिस्तान उच्चायोग (Pakistan High Commission) में कार्यरत एक पाकिस्तानी अधिकारी (Pakistani officials) के खिलाफ बड़ा ऐक्शन लिया गया है। भारत सरकार (Government of India) ने उसे ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ (‘Persona non grata’) (अवांछनीय व्यक्ति) घोषित कर दिया है। वह ऐसी गतिविधियों में लिप्त पाया गया जो उसकी आधिकारिक स्थिति के विरुद्ध थीं। इस अधिकारी को 24 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश जारी हुआ है। इस संबंध में पाकिस्तान उच्चायोग के चार्ज डी’अफेयर्स को मंगलवार को कूटनीतिक पत्र जारी किया गया। भारत की ओर से पाकिस्तान के अधिकारी के खिलाफ यह ऐक्शन ऐसे समय लिया गया जब दोनों देशों में तनाव चरम पर है।
पर्सोना नॉन ग्राटा एक कूटनीतिक शब्द है, जिसका अर्थ किसी विदेशी राजनयिक को मेजबान देश में अवांछनीय मानने से है। यह फैसला आमतौर पर तब लिया जाता है जब कोई राजनयिक उन गतिविधियों में शामिल होता है जो मेजबान देश की सुरक्षा, संप्रभुता या हितों के खिलाफ हों। जैसे कि जासूसी, गैरकानूनी गतिविधियां या कूटनीतिक नियमों का उल्लंघन। भारत सरकार का यह कदम दर्शाता है कि उक्त पाकिस्तानी अधिकारी ने ऐसी गतिविधियां कीं, जो भारत के हितों के खिलाफ थीं। यह औपचारिक कूटनीतिक संदेश है, जिससे भारत ने पाकिस्तान को अपनी आपत्ति और कार्रवाई की जानकारी दी। इस तरह का कदम दोनों देशों के बीच तनाव को उजागर करता है।
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से दिया जवाब
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने पर्यटकों और नागरिकों पर हमला किया, जिसमें 26 लोग मारे गए। इसे 26/11 मुंबई हमलों के बाद सबसे घातक आतंकी हमला माना गया। इसके जवाब में भारत ने 6-7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसका मकसद पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था। भारतीय वायुसेना ने 9 आतंकी शिविरों पर हवाई हमले किए, जिसमें लगभग 100 आतंकवादी मारे गए। पाकिस्तान ने स्वीकार किया कि इस ऑपरेशन में उसके 11 सैनिक मारे गए और 78 घायल हुए। पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य चौकियों पर जवाबी हमले किए, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। एलओसी पर गोलीबारी और सीजफायर उल्लंघन की घटनाएं बढ़ीं। भारत ने आतंकियों के खात्मे तक ऑपरेशन जारी रखने की घोषणा की है।