500 वर्ष पूर्व जो बाबर ने किया, वही संभल व बांग्लादेश में हो रहा : CM योगी
- सीएम ने तीनों का डीएनए एक बताया, कहा-बांटने वाले, काटने और कटवाने का कर रहे इंतजाम
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 500 वर्ष पहले बाबर के सिपहसालार ने अयोध्या में जो कृत्य किया था, वहीं आज संभल और बांग्लादेश में हो रहा है। तीनों की प्रकृति-डीएनए एक है। मुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को रामकथा पार्क में 43वें रामायण मेले का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने तुलसी दल पत्रिका का विमोचन भी किया।
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए सीएम ने कहा कि अगर कोई मानता है कि यह केवल बांग्लादेश में हो रहा है, तो वह गलतफहमी में न रहे। यहां भी बांटने वाले तत्व पहले से मौजूद हैं। वे सामाजिक ताने-बाने को हिन्न-भिन्न और सामाजिक एकता को तोड़कर, आपको बांटकर फिर काटने व कटवाने का इंतजाम कर रहे हैं। इनमें से बहुत सारे ऐसे हैं जिन्होंने दुनिया के कई देशों में जायदाद खरीद रखी है। यहां संकट आएगा तो ले वहां भाग जाएंगे और मरने वाले मरते रहेंगे।
जो राम का नहीं उसे दुश्मन की तरह त्यागें
सीएम ने कहा कि जिसके मन में श्रीराम व मां जानकी के प्रति श्रद्धा व समर्पण का भाव नहीं हैं, उसे कट्टर दुश्मन को तरह त्याग देना चाहिए। 1990 में रामभक्तों ने भी नारा लगाया था, जो राम का नहीं-वो किसी काम का नहीं। उन्होंने रामायण पर शोध पर बल दिया और कहा कि अयोध्या धाम को पुरातन गौरव प्राप्त हो, इसके लिए सरकार नित कार्य कर रह है।
परिवारवादी हैं आज के समाजवादी :
योगी ने कहा कि आज के समाजवादी डॉ. रममनोहर लोहिया का आदर्श नहीं मानते। वे परिवारवादी हैं। अपराधी, गुंडों के संरक्षण के बिना ये उसी तरह तड़पते हैं जैसे पानी बिना मछली। लोहिया ने तो अलग-अलग क्षेत्रों में रामायण मेला, रामायण उत्सव के कार्यक्रम प्रारंभ कराए।
मेरे साथ सीएम भी कराएं डीएनए जांच : अखिलेश
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीएम योगी के डीएनए वाले बयान पर घेरा और कहा कि ऐसी बातें करना उनको शोभा नहीं देता। एक संत और योगी को भगवा पहनने के बाद ऐसी भाषा नहीं बोलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सीएम बार-बार डीएनए जांच कराने की बात करते हैं। मैं भी अपना डीएनए जांच कराना चाहता हूं,मुख्यमंत्री भी कराएं। एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे अखिलेश ने संवाददाताओं से कहा कि अगर सरकार को नीयत साफ होती तो संभल की घटना नहीं होती और पांच जानें न जातीं। वोटों की लूट से ध्यान भटकाने के लिए घटना कराई गई। कहा कि वह संभल भी जाएंगे और पीड़ितों की मदद भी करेंगे।