सिद्धरमेया की पत्नी के बाद अब राहुल ने भी जमीन आवंटन का अपना अनुरोध वापस लिया
- भूमि आवंटन को लेकर भाजपा ने किया था विरोध
बंगलूरू। सिद्धार्थ विहार ट्रस्ट के अध्यक्ष राहुल ने बहु-कौशल विकास केंद्र प्रशिक्षण संस्थान एवं अनुसंधान केंद्र स्थापित करने के लिए बंगलूरू में पांच एकड़ जमीन के आवंटन के अपने अनुरोध को वापस ले लिया हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बड़े बेटे राहुल खरगे (Rahul M Kharge) ने यह कदम ऐसे समय उठाया है, जब हाल हीं में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की पत्नी पार्वती ने मैसूरू शहरी विकास प्राधिकरण को 14 भूखंड वापस लौटा दिए था। भाजपा ने खरगे परिवार को भूमि के आवंटन पर सवाल उठाया था।
मह्लिकार्जुन खरगे के छोटे बेटे और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में उस पत्र की प्रति साझा की जिसे भूखंड आवंटन का अनुरोध वापस लेने के लिए भेजा गया था।
कर्नाटक औद्योगिक विकास बोर्ड (केआईएडीबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को 20 सितंबर को लिखे इस पत्र में राहुल खरगे ने कहा था, हम बहु-कौशल विकास केंद्र, प्रशिक्षण संस्थान एवं अनुसंधान केंद्र स्थापित करने के लिए भूखंड आवंटन के अपने अनुरोध को वापस ले रहे हैं।
उन्होंने पत्र में यह भी कहा, सिद्धार्थ विहार ट्रस्ट का उद्देश्य छात्रों और बेरोजगार युवाओं को उभरती प्रौद्योगिकियों में कौशल विकास के माध्यम से रोजगार के अधिक अवसर मुहैया कराना है। ट्रस्ट ने केआईएडीबी औद्योगिक क्षेत्र के भीतर एक भूखंड को प्राथमिकता दी क्योंकि यह उच्च विकास वाले उद्योगों के निकट है और इससे युवाओं के लिए बेहतर अवसर सृजित होते।