आकाश को हटाने के बाद 2027 की तैयारी में मायावती, BSP की नई रणनीति लॉन्च
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नई दिल्ली । बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP Supremo Mayawati)विधानसभा चुनाव वर्ष 2027(Assembly Elections Year 2027) को देखते हुए नई रणनीति (New strategy)पर काम कर रही हैं। रविवार यानी दो मार्च 2025 को भतीजे आकाश आनंद को एक बार फिर अपने उत्तराधिकार और पार्टी के सभी पदों से हटाने के साथ ही मायावती ने संगठन में भी बड़ा बदलाव किया है। उन्होंने हर मंडल में चार-चार कोआर्डिनेटर बनाए हैं। इसके अलावा दो जिला प्रभारी और दो विधानसभा प्रभारी बनाए हैं। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में रविवार को हुई बैठक में उन्होंने बसपा के लिए एक तरह से अगले छह महीने का प्लान लांच कर दिया। इसके तहत उन्होंने अगले छह महीने तक अभियान चलाकर संगठन को मजबूत बनाने के निर्देश दिए हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए अगले छह महीने तक सभी काम रोकने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मंडलीय व्यवस्था को नए सिरे से बनाया गया है। संगठन को नए सिरे से खड़ा किया जाए। इसमें अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग के साथ ही मुस्लिमों को जोड़ा जाए। वर्ष 2007 में इनके दम पर ही बसपा पूर्ण बहुमत में आई थी। उन्होंने देश के समक्ष अपार महंगाई, गरीबी, बेरोज़गारी, पिछड़ेपन आदि की ज्वलन्त समस्याओं के प्रति सरकारी उदासीनता पर चिंता जताई। बसपा प्रमुख ने कहाकि महाकुंभ अगर अव्यवस्था, हादसा व हताहत-मुक्त होकर सरकारी दावे के अनुसार होता तो यह बेहतर होता।
कांशीराम जयंती पर कार्यक्रम की रूपरेखा तय
15 मार्च को बसपा संस्थापक कांशीराम की जयंती पर होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा के बारे में बताया। पश्चिमी यूपी में केवल मेरठ मंडल के पार्टी के सभी लोग पूर्व की तरह गौतमबुद्धनगर में जयंती मनाएंगे। लखनऊ मंडल, कानपुर व अयोध्या मंडल के सभी नेता लखनऊ में मान्यवर कांशीराम स्मारक स्थल पर मनाएंगे। बाकी सभी 14 मंडलों के लोग अपने-अपने जिले या मण्डल में विचार-संगोष्ठी आदि जैसे कार्यक्रम हर वर्ष की ही तरह आयोजित करेंगे।
उदित राज ने साधा निशाना
बसपा प्रमुख मायावती द्वारा आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से मुक्त किए जाने के बाद पूर्व सांसद उदित राज ने बसपा कार्यकर्ताओं से कांग्रेस में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने इस संबंध में एक वीडियो जारी किया है। उन्होंने एक बार फिर दोहराया है कि बसपा प्रमुख ने बहुजन मूवमेंट को प्रभावित किया है। उदित राज ने कहा कि आकाश को पार्टी के सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया गया। अब मूवमेंट से जुड़े लोगों के पास क्या ही विकल्प है? उन्हें अब कांग्रेस में शामिल हो जाना चाहिए। अधिकार की लड़ाई लड़नी चाहिए। कांग्रेस उनके साथ है। अब बसपा में दलितों और पिछड़ों के अधिकार के लिए लड़ने का मिशन नहीं रहा।