खुशखबरी: EPFO में जून से मिलने लगेंगी बैंक जैसी सुविधाएं
नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के केंद्रीकृत आईटी-सक्षम प्रणाली (CIETS 2.01) और ईपीएफओ 3.0 को 31 मार्च तक पूरा करना का लक्ष्य रखा गया है। ईपीएफओ से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि आईटी सिस्टम का काम पूरा होने के बाद ट्रायल होगा। संभावना है कि इस वर्ष के मध्य यानी जून तक ईपीएफओ के सदस्यों को बैंकिंग जैसी सेवाएं अपनी ईपीएफ खाते से मिलने लगेगी।
ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड से जुड़ी ईपीएफ की कार्यकारी समिति (EC) की मंगलवार को आयोजित 112वीं बैठक में विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा की गई है। बैठक में कहा गया कि ईपीएफओ 3.0 के तहत एक नई प्रणाली विकसित होगी। इससे लेटेस्ट टेक्नोलाजी का इस्तेमाल करते हुए सामाजिक सुरक्षा कवरेज का विस्तार किया जाएगा।
बैंक की तरह निकाल सकेंगे पीएफ का पैसा
सदस्यों को जरूरत पड़ने पर अपने पीएफ खाते से निर्धारित धनराशि को बैंकिंग सिस्टम की तर्ज पर निकालने की अनुमति होगी। इसके साथ ही, भविष्य में ईपीएफओ मेंबर्स को अपनी तरफ से अंशदान को बढ़ाने से लेकर अन्य सुविधाएं भी ऑनलाइन प्रदान की जाएंगी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अनावश्यक सत्यापन को खत्म किया जाए। इससे ईपीएफओ सदस्यों को छोटी-मोटी रकम सरलीकृत आंशिक निकासी या पार्शियल विड्राल निकालने की आसान सुविधा प्रदान करने में मदद मिलेगी।
सुधारों पर जोर
ईपीएफओ ने अपने सदस्यों के लिए तेजी से क्लेम सेटलमेंट, निर्बाध पेंशन डिस्बर्समेंट और बेहतर सर्विस डिलीवरी सुनिश्चित करने, डिजिटल ट्रांसफार्मेशन और सदस्य-केंद्रित सुधारों को तेज करने पर जोर दिया। ईसी ने उच्च वेतन पर पेंशन से जुड़े मामले में भी चर्चा हुई।
बैठक में जानकारी दी गई कि सुप्रीम कोर्ट के 4 नवंबर-2022 के फैसले के कार्यान्वयन के लिए उच्च वेतन पर पेंशन से जुड़े आवेदनों को अपेडट किया जा रहा है। अपडेट किए जाने की प्रक्रिया को 31 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा। इसी बीच ईसी ने समयबद्ध तरीके से आधार-आधारित भुगतान प्रणाली (एबीपीएस) में परिवर्तन की आवश्यकता पर जोर दिया। ईसी ने कहा कि अधिक सुरक्षित और कुशल प्रणाली के लिए पेंशन भुगतान सीधे आधार-लिंक्ड बैंक खातों में जमा किया जाए।