किसी को पीड़ा पहुंच कर सत्संग में नहीं जाना चाहिए
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भोपाल : नेहरू नगर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा की चौथे दिन भागवत आचार्य पंडित कृष्ण देव तिवारी ने ने भगवान ऋषभदेव, अजामिल को पाप से मुक्ति, हिरण्य कश्यप ब ध, नरसिंह अवतार, राम अवतार, कंस प्रसंग, कृष्ण अवतार पर प्रकाश डाला। कथा स्थल पर आकर्षक झांकी सजाकर भगवान श्री कृष्णा का जन्मोत्सव मनाया गया भक्तों को उपहार स्वरूप ऊपर स्वरूप देव मिष्ठान का वितरण किया गया। कथा में पंडित कृष्ण देव तिवारी ने कहा ईश्वर कण-कण में व्याप्त है रामायण में कहा गया है सियाराम माय सब जग जानी करहु प्रणाम जोर झुक पानी। उन्होंने कहा शरीर मोटा दुबला पतला छोटा बड़ा हो सकता है जीवात्मा हमेशा पतली होती है काम क्रोध कम अहंकार मोह के अंग है कम बात का रोग है क्रोध पित्त रोग है लोग अहंकार रोग है भविष्य की नीति वर्तमान है वर्तमान को सुधारने की कोशिश करना चाहिए सुख छह प्रकार के होते हैं दान भोग नस धन की तीन गाती है धन दौलत पर अभिमान नहीं करना चाहिए गुरु की मर्यादा पर प्रकाश डालते हुए पंडित तिवारी जी ने कहा जो अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए वही गुरु है जो अचार्य विचार संस्कार से भारी हो वही गुरु है पंडित तिवारी जी ने कहा संकट में ईश्वर का स्मरण करने से पापों से मुक्ति हो जाती है व्यापक ब्रह्म भक्त के इशारे पर छोटा-छोटा भी हो सकता है कथा स्थल पर भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव प्रसंग पर श्रद्धालुओं महिलाएं बच्चे ढोल की धुन पर भाव होकर भाव विभोर होकर नाचने लगे भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप को पालने में झूल कर खुशियां मनाई गई आतिशबाजी की गई आज पूरे कथा स्थल को रंग-बिरंगे गुब्बारे से सजाया गया था आज कथा श्रवण हेतु ओमप्रकाश मिश्रा ,पत्रकार राममोहन चौकसे, प्रकाश सहित सैकड़ो श्रद्धालु उपस्थित थे।