ग्रह नक्षत्र : सूर्य संक्रांति के दिन महेश नवमी भी मनेगी, भगवान शिव और माता पार्वती का विशेष पूजा-अर्चना से मिलेगा मनचाहा फल
- एक माह का संक्रांति काल, रवि योग में सूर्य का मिथुन राशि में प्रवेश आज
रवि योग में 15 जून शनिवार को मिथुन संक्रांति मनाई जाएगी! इस दिन भगवान सूर्व देव मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, इसी दिन महेश नवमी के साथ सूर्य की मिथुन संक्रांति होगी।
ज्योतिष के जानकार पंडित सुनील शर्मा के अनुसार हिंदू धर्म में संक्रांति व्रत को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। सूर्य देव एक माह के अंतराल पर राशि परिवर्तन करते हैं, जिसे संक्रांति के नाम से जाना जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, 15 जून को मिथुन संक्रांति पर्व मनाया जएगा। इस दिन भगवान सूर्य की उपासना करने से और दान— पूण्य करने से विशेष लाभ मिलता है। साथ हो जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं।
महेश नवमी का त्यौहार 15 जून को मनाया जाएगा। ये दिन शिव भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है।
माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विशेष पूजा-अर्चना करने से जीवन में सुख, शांति, धन और सौभाग्य में बढ़ोत्तरी का वरदान प्राप्त होता है। इस दिन को विशेषकर महिश्वरी समाज धूमधाम से मनाता है। मान्यता है कि महेश नवमी के दिन भगवान शिव की पूजा करने से हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
मिथुन संक्रांति पर रवि योग का निर्माण-
मिथुन संक्रांति तिथि पर रवि योग का निर्माण हो रहा है।इस योग का निर्माण सुबह आठ,बजकर 14 मिनट से हो रहा:है, जो दिनभर रहेगा । इस योग का समापन 16 जून को सुबह पंच बजकर 23 मिनट पर होगा। ज्योतिष में रवि योग को बेहद मंगलकारी माना जाता है। इस योग में सूर्य उपासना करने से साधक को आरोग्य जीवन का वरदान प्राप्त होगा। मिथुन संक्रांति पर हस्त नक्षत्र का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष शुभ कार्यों के लिए हस्त नक्षत्र को उत्तम मानते हैं। इस नक्षत्र के संयोग में सूर्य उपासना करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी। साथ ही यह भी माना जाता है कि इससे कॅरियर को नया आयाम मिलेगा।
महेश नवमी के उपाय –
महेश नवमी पर शिवजी की पूजा हरसिंगार के फूलों से करने पर धन-संपत्ति बढ़ती है.
महेश नवमी पर भगवान शिव को 21 बिल्व पत्र पर लाल चंदन से ऊं लिखकर अर्पित करें.
महेश नवमी पर शिवलिंग का अभिषेक पानी से किया जाए तो रोगों से मुक्ति मिल सकती है.
इस दिन शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने से हर मनोकामना पूरी हो सकती है.
भगवान शिव को भांग बहुत प्रिय होती है. इसलिए, इस दिन शिवजी को भांग चढ़ाने से भी बड़ी कृपा मिल सकती है.
शिवपुराण के अनुसार, शिवजी को धतूरा चढ़ाने से विशेष लाभ और धन की प्राप्ति (mahesh navami 2024 upay) होती है.
सूर्य के राशि परिवर्तन का सभी राशियों पर असर—
वैदिक ज्योतिष में सूर्य देव को मान-सम्मान, प्रतिष्ठा आत्मविश्वास और सरकारी नौकरी का कारक माना जाता है। मिथुन राशि पर बुध ग्रह का आधिपत्य है और सूर्य देव का बुध के साथ मित्रता का भाव है और में इनके साथ बुधादित्य योग का भी निर्माण करते हैं। ऐसे में सूर्य के इस गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा।
मेष राशि -पारिवारिक जीवन बहुत उत्तम रहने वाला है, नई नौकरी की तलाश में हैं तो सफलता मिलेगी।
वृृषभ राशि- परिवार में एकता और बढ़ेगी। खर्च भी बढ जाएगा, रुका हुआ धन मिलेगा। नौकरी में उन्नति होगी|
मिथुन राशि -व्यापार के साथ अन्य क्षेत्र से भो लाभ मिलेगा। यात्रा के अवसर बनेगे।स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
कर्क राशि – इस काल में कर्क राशि के व्यापारी वर्ग को संभलकर रहने की जरूरत है। साथ ही इस राशि के नौकरी करने वालों को भी इस माह कठिन परिश्रम करना पड़ेगा।
सिंह राशि – पारिवारिक जीवन मिलजुला रहेगा, साथ ही प्रेमी जीवन में उत्तम रहने वाला है। आप जिससे प्रेम कर रहे हैं उचित होगा कि उससे खुलकर बात करें।
कन्या राशि- जो लोग नौकरी में बदलाव करना चाहते हैं, उनको सफलता मिलेगी। दाम्पत्य जीवन में तनाव बनेगा।
तुला राशि- परिवार में बहुत सारी खुशियां मिलेंगी। नौकरी परिवर्तन करने वाले के लिए उत्तम समय है, नई नौकरी प्राप्त होगी।
वृश्चिक राशि – आपको कार्य क्षेत्र में ध्यान देना पड़ेगा, जो लोग विदेश जाने का प्लान कर रहे हैं उनको सफलता मिलेगी।
धनु राशि- इस महीने में आपको संभलकर रहने की जरूरत है, व्यापार के मामले में इस माह धैर्य रखना पड़ेगा,व्यापार में कठिन परिश्रम करना पड़ेगा।
मकर राशि – जीवन में सफलता मिलेगी, प्रेम संबंध मैं कई तरह से खुशियां मिलेंगी, खर्च पर नियेत्रण रखें।
कुंभ राशि – परिवार में नई-नई तरह से खुशी व शांति बनी रहेगी,आपको सरकरी कार्य में लाभ होगा, साथ ही
नया कान्ट्रैक्ट भी मिलेगा।
मीन राशि- भाषा पर ध्यान देने के साथ ही विद्यार्थियों को मेहनत करने की जरूरत है।