Mahashivratri 2025: ये महाशिवरात्रि इन जातकों के लिए लाएगी विशेष दिनों की सौगात

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  • मिल सकता महादेव का भरपूर आशीर्वाद

  • बन सकते हैं बिगड़े काम

 

Mahashivratri 2025: भगवान शिव को सनातन संस्कृति में संहार का देव माना जाता है। ये सनातन परंपरा के अनुसार त्रिदेवों में से एक होने के साथ ही आदि पंच देवों में भी एक प्रमुख देव हैं। ऐसे में महाशिवरात्रि पर्व को इनका विशेष पर्व माना जाता है, जिसका खास महत्व है। ज्ञात हो कि, महाशिवरात्रि का पर्व प्रति वर्ष फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस शुभ दिन पर शिव भक्त महादेव और मां पार्वती की पूजा करते हैं। यह दिन महादेव की कृपा पाने के लिए सबसे उत्तम और शुभ माना जाता है। वर्ष 2025 की महाशिवरात्रि कुछ विशेष संयोग लेकर आ रही है। खासकर मेष, कर्क, वृश्चिक और कुंभ राशियों के जातकों के लिए। इन राशियों पर भगवान शिव का विशेष आशीर्वाद बना रहेगा, जिससे इनके जीवन में सुख-समृद्धि, सफलता और शांति आएगी।

149 साल बाद इस महाशिवरात्रि पर बन रहा दुर्लभ योग

ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, इस साल महाशिवरात्रि पर काफी दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस दिन ग्रहों की स्थिति काफी अलग रहने वाली है। ज्ञात हो कि धन के दाता शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में रहेंगे, जिससे मालव्य राजयोग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही मीन राशि में शुक्र की राहु के साथ युति हो रही है। इसके अलावा कुंभ राशि में सूर्य-शनि की युति हो रही है। पिता-पुत्र की युति होने से कई राशियों को लाभ मिलेगा।

इसके अलावा कुंभ राशि में बुध भी विराजमान है, जिससे तीनों ग्रहों की युति से त्रिग्रही योग और सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य योग और शनि के अपनी मूल त्रिकोण राशि में होने से शश राजयोग का निर्माण हो रहा है। ऐसा संयोग 1873 में बना था और करीब 149 साल बाद 2025 में बनने वाला है। इसके अलावा इस दिन शिव के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है।

महाशिवरात्रि शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार महाशिवरात्रि 26 फरवरी बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन शिव पूजा के लिए विशेष मुहूर्त रहेगा। जिसमें शिवलिंग का अभिषेक करना, महामृत्युंजय मंत्र का जाप और रुद्राभिषेक करना अत्यंत शुभ फलदायी होगा। ऐसे में चलिए जानते हैं ज्योतिष के जानकारों के अनुसार वर्ष 2025 की महाशिवरात्रि किन जातकों के लिए अत्यंत विशेष दिनों को लाती दिख रही है…

मेष राशि: करियर सहित आर्थिक क्षेत्र में लाभ

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मेष राशि के जातकों के लिए महाशिवरात्रि का पर्व बेहद शुभ रहेगा। इस दिन किए गए उपाय और पूजा से आर्थिक क्षेत्र में तरक्की के योग बनेंगे। अगर आप किसी नए व्यापार या निवेश की योजना बना रहे हैं, तो महादेव का आशीर्वाद आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।

ये करें उपायशिवलिंग पर लाल चंदन और बिल्व पत्र अर्पित करें। ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का 108 बार जाप करें। गरीबों को अन्न और वस्त्र दान करें।

कर्क राशि: रिश्तों में मधुरता और स्वास्थ्य में सुधार

ज्योतिषाचार्य के अनुसार कर्क राशि के जातकों को महाशिवरात्रि के दिन विशेष लाभ मिल सकता है। इस समय ग्रहों की स्थिति आपके पक्ष में रहेगी, जिससे पारिवारिक जीवन में खुशहाली आएगी। यदि रिश्तों में कोई तनाव है, तो भगवान शिव की कृपा से वह दूर हो सकता है। साथ ही, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों में भी राहत मिलेगी।

ये करें उपाय
भगवान शिव को जल में केसर मिलाकर अर्पित करें। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। शिव मंदिर में रुद्राभिषेक कराएं।

वृश्चिक राशि: नए वाहन, घर या संपत्ति का लाभ

महाशिवरात्रि की रात में कुंभ राशि में चंद्रमा, ग्रहों के राजा सूर्य, राजकुमार बुध और न्यायाधीश शनि एक साथ मौजूद होंगे। यह युति वृश्चिक राशि वालों के चतुर्थ भाव में बनेगी। इससे आपको नए वाहन, घर या संपत्ति से जुड़ा लाभ मिल सकता है। इस दौरान आपको मानसिक शांति और पारिवारिक जीवन में भी आपको सुधार देखने को मिलेगा।

ये करें उपाय

शिवलिंग पर बेलपत्र अवश्य चढ़ाएं, साथ ही इस दिन हनुमान जी की भी पूजा करें।

कुंभ राशि: नए अवसर और सफलता के संकेत

ज्योतिष शास्त्र के अनुसा कुंभ राशि के जातकों के लिए यह महाशिवरात्रि नए अवसरों का द्वार खोल सकती है। विशेष रूप से नौकरीपेशा और व्यवसाय करने वाले लोगों के लिए यह समय भाग्यशाली रहेगा। जिन कार्यों में लंबे समय से रुकावटें आ रही थीं, वे अब पूरे हो सकते हैं।

ये करें उपाय

शिवलिंग पर काले तिल और शहद चढ़ाएं। ॐ त्र्यम्बकं यजामहे’ मंत्र का जाप करें। जरूरतमंदों को दूध और चावल दान करें। 

रखें इन बातों का खास ध्यान

महाशिवरात्रि के दिन ब्रह्ममुहूर्त में स्नान कर शिवजी की आराधना करें। व्रत का पालन करें और सात्त्विक भोजन ग्रहण करें। रात्रि जागरण और शिव चालीसा का पाठ करें।

महाशिवरात्रि 2025 मेष, कर्क और कुंभ राशि के जातकों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हो सकती है। भगवान शिव की कृपा से इनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे और सभी अधूरे कार्य पूरे होंगे। इस शुभ अवसर पर शिवजी की भक्ति और उपासना से मनचाही सफलता प्राप्त हो सकती है।

महाशिवरात्रि 2025: शिव पूजा के लिए विशेष मुहूर्त

इस बार यानि साल 2025 में फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 08 मिनट से हो रही है। वहीं चतुर्दशी तिथि 27 फरवरी को सुबह 08 बजकर 54 मिनट तक रहेगी।

महाशिवरात्रि 2025- 26 फरवरी 2025, बुधवार को : निशिता काल पूजा समय- फरवरी 27, रात्रि 12 बजकर 09 मिनट से 12 बजकर 59 तक। पूजा की कुल अवधि- 00 घंटे 50 मिनट

 

चार प्रहर के अनुसार महाशिवरात्रि पूजा के शुभ मुहूर्त :

रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय- सायंकाल 06 बजकर 19 मिनट से रात्रि 09 बजकर 26 तक।

रात्रि के दूसरे पहर की पूजा: 27 फरवरी रात 09 बजकर 26 मिनट से रात 12 बजकर 34 मिनट तक।

रात के तीसरे पहर कीपूजा: 27 फरवरी को रात 12.34 बजे से अर्धरात्रि 03.41 बजे तक।

रात के चतुर्थ पहर की पूजा: 27 फरवरी की अर्धरात्रि 03.41 बजे से प्रात: 06.48 बजे तक।

शिवरात्रि पारण का समय: 27 फरवरी को सुबह 06.48 बजे से 08.54 बजे तक।

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