Haridwar News: लाभार्थी सम्मेलन में 66 योजनाओं का CM Dhami ने किया लोकार्पण व शिलान्यास
- लाभार्थियों को पीएम आवास योजना के अन्तर्गत सौंपी आवास की चाबी
लक्सर में आयोजित लाभार्थी सम्मेलन में 68.82 करोड़ की 66 योजनाओं का मुख्यमंत्री धामी ने लोकार्पण व शिलान्यास किया। इसके साथ ही लाभार्थियों को पीएम आवास योजना के अन्तर्गत आवास की चाबी भी सौंपी।
गरीबों के कल्याण के लिये समर्पित है धामी सरकार
जनपद हरिद्वार के लक्सर में सोमवार को आयोजित लाभार्थी सम्मेलन के अवसर पर सीएम धामी ने 68.82 करोड़ रु की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। जिसमें 65.34 करोड़ की 51 योजनाओं का शिलान्यास एवं 3.48 करोड़ रु की योजनाओं का शिलान्यास शामिल हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पीएम आवास योजना के लाभार्थियों को आवंटित आवासों की चाबी, गैस कनेक्शन के साथ स्वयं सहायता समूहों को दी जाने वाली धनराशि के लिए चेक भी प्रदान किये। लाभार्थी सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार समाज के अंतिम छोर में खड़े व्यक्ति तक हर योजना का लाभ पहुंचने का प्रयास कर रही है।
हमारी सरकार गरीबों के कल्याण के लिये समर्पित है, इसलिए गरीब की आवश्यकताओं को भली भांति समझती है। हमारी सरकार जन कल्याणकारी योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने के लिए दिन-रात काम कर रही है, उसी का परिणाम है कि जो आज इतनी बड़ी संख्या में आप सभी यहां एकत्रित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हमारा देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। विभिन्न योजनाओं का लाभ आम आदमी को मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि में जन कल्याण से सम्बन्धित विभिन्न योजनाएं प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखकर बनाई जा रही हैं तथा लोगों को योजनाओं का लाभ मिल भी रहा है या नहीं, इसकी भी समीक्षा समय समय पर की जा रही हैं।
पहले अगर गरीबों के लिए कोई योजना शुरु होती भी थी तो उसे उस योजना का लाभ पाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे। यदि उसके लिए घर घोषित होता भी था, तो उसे शौचालय अलग बनाना पड़ता था, बिजली, पानी और गैस कनेक्शन के लिए अलग अलग सरकारी दफ्तरों के कई चक्कर लगाने पड़ते थे। लेकिन आज शौचालय, बिजली, पानी और गैस जैसी आधारभूत सुविधाओं के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना से गरीबों को इन सभी झंझटों से मुक्त करती है।
हमारी सरकार गरीबों के पास स्वयं पहुंच रही हैं, हर योजना का लाभ गरीबों को मिले इसके लिए विशेष अभियान चला रही है। विकास कार्यों और लाभार्थियों की सहायता करते समय हमारी सरकार न किसी गरीब की जाति देखती है और न ही किसी गरीब का धर्म। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में पिछले 10 वर्षों में करीब 4 करोड़ से अधिक पक्के घर गरीब परिवारों को मिल चुके हैं। जब कोई सरकार अंत्योदय को अपना ध्येय मानकर कार्य करती है तो परिणाम उतने ही अलग होते हैं।
हमारी सरकार ने सेवा और सुशासन के आधार पर देश व प्रदेश में विकास की एक नई परिभाषा लिखने का कार्य किया है। देश में जिस स्तर पर शोषितों और वंचितों का आज सशक्तिकरण हो रहा है वैसा आज से पहले कभी नहीं हुआ होगा। प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व का ही प्रतिफल है कि पिछले 10 वर्षों के दौरान हुए विकास कार्यों को सभी मापदंडों पर तोलकर हम कह सकते हैं, कि हमारे देश ने इन 10 वर्षों में हर क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है।
उन्होंने कहा कि आज सारी दुनिया हमारे देश और हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री जी का लोहा मान रही है। 10 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा स्वास्थ्य से लेकर शिक्षा तक, निःशुल्क खाद्यान्न से लेकर निःशुल्क इलाज तक, किसानों के विकास से लेकर गरीबों के आवास तक, सेना के आधुनिकीकरण से लेकर सीमाओं की सुरक्षा तक, प्रत्येक नागरिक को वैक्सीन पहुंचाने से लेकर हथियार और मोबाइल उत्पादन तक हर क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किये हैं।
पहले भारत दवाओं और टीकों के लिए विदेशों पर निर्भर रहता था, कोरोना काल में प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने कोविड के दो स्वदेशी टीके न केवल विकसित किए बल्कि कई देशों को इनकी आपूर्ति भी की। केन्द्र सरकार की ओर से शिक्षा का बजट तीन गुना बढ़ाना और एक सुविचारित राष्ट्रीय शिक्षा नीति का पाठ्यक्रम लाना इस सरकार की शिक्षित समाज मजबूत भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
आज देश में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व वाली सरकार ने 80 करोड़ लोगों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने जैसा ऐतिहासिक कार्य किया है। प्रधानमंत्री मोदी की ही दिव्य दृष्टि थी कि देश में करीब 50 करोड़ जनधन खाते गरीबों के लिए खोले गए, जिनका प्रयोग लाभार्थियों के खातों में सीधे डीबीटी करने के लिए हुआ। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सबसे आधारभूत कार्य करने का जिम्मा भी प्रधानमंत्री जी ने ही उठाया जिसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में करीब 12 करोड़ इज्जतघर बनाए गए। इसी के साथ साथ इन 10 वर्षों में नौ करोड़ से अधिक उज्ज्वला गैस कनेक्शन गरीबों को दिए गए।
प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सरकार ने विभिन्न रोजगार मेलों का आयोजन कर दस लाख लोगों को रोजगार देने का कार्य भी प्रारंभ किया है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व वाली सरकार ने दुनिया में भारत की खोई हुई प्रतिष्ठा को फिर से संभालने का कार्य किया। परन्तु अभी भी कुछ लोग कोशिश कर रहे हैं कि दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा को दाग लग जाए लेकिन दुनिया अब भारत की शक्ति को जान चुकी है, भारत के योगदान पर विश्व का भरोसा बढ़ता चला जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 से पूर्व देश में स्वास्थ्य सेवाएं स्वयं बीमार थी, लेकिन प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज स्वास्थ्य सेवाओं का जिस तरह विस्तार हुआ है, जो पहले संभव नहीं था। सड़कों की खस्ता हालत किसी से छिपी नहीं थीं, लेकिन प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज देश में प्रत्येक दिन 38 किलोमीटर सड़क का निर्माण हो रहा है। 2014 के बाद से देश में हर साल एक नए आईआईटी का निर्माण हुआ है।
हर साल देश में एक नया आईआईएम बनाया गया है। हर सप्ताह देश में एक नई यूनिवर्सिटी खोली गई है। हर दिन देश में दो नए कॉलेज खोले जा रहे हैं। आईटीआई का निर्माण किया जा रहा है। यह सब बीते दस वर्षों में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ही संभव हो पाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले देवभूमि में भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता का अभाव था, परंतु हमने भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने का कार्य किया तथा राज्य में देश के सबसे कठोर नकल विरोधी कानून बनने के बाद पारदर्शिता के साथ ही अब समयबद्ध तरीके से परीक्षाएं संपन्न हो रही है, यही नहीं राज्यहित में समान नागरिक सहित धर्मांतरण को रोकने, लैंण्ड जेहाद को रोकने जैसे सख्त कानून बनाने का निर्णय भी हमने लिया है।
आज उत्तराखण्ड विकास और विश्वास के वातावरण में जन आकांक्षाओं को पूरा करने के प्रयासों के साथ आगे बढ़ रहा है। विकसित राज्य बनाने का लक्ष्य प्राप्त करने के लिये हम सभी सामूहिक प्रयासों के साथ आगे बढ़ रहे हैं। सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग के अन्तर्गत इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, विधायक मदन कौशिक, पूर्व विधायक सुरेश राठौड़ सहित अन्य बड़ी संख्या में अधिकारी, पदाधिकारी लाभार्थी एवं स्थानीय जनता मौजूद रही।