सेना के जवानों की ट्रेन को उड़ाने की साजिश, बड़ी बात ये कि ट्रैक पर डेटोनेटर रखने वाला…
- बुरहानपुर में सेना के जवानों को ट्रेन को उड़ाने के लिए ट्रैक पर रखे डेटोनेटर
- जांच में आए आरोपी को कोर्ट में किया पेश, 25 सितंबर तक की न्यायिक रिमांड पर
- इस आरोपी के सिमी से जुड़ा होने की आशंका
- ट्रेनों को पलटाने की कई जगहों पर हुई साजिशें
उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश और पंजाब में ट्रेनों को पलटाने की बड़ी साजिशों का खुलासा हुआ है। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में सेना के जवानों को लेकर जा रही विशेष ट्रेन को उड़ाने के लिए रेलवे ट्रैक पर 10 डेटोनेटर बिछाए गए थे। गनीमत रही कि ट्रेन के गुजरने से पहले ही कुछ डेटोनेटर
फट गए जिसके बाद रेलवे अधिकारी सतर्क हो गए। विशेष ट्रेन को सागफाटा स्टेशन पर ही रोक दिया गया। वहीं,
इसके अलावा कानपुर में ट्रैक पर गैस सिलिंडर रखकर और पंजाब के बठिंडा में रेल लाइन पर मोटा सरिया रखकर ट्रेन को पलटाने की कोशिश की गई।
बताते चलें कि बुरहानपुर की यह घटना 18 सितंबर दोपहर 1:48 बजे की है। मध्य रेलवे के भुसाबल मंडल के अंतर्गत आने वाले सागफाटा रेलवे स्टेशन के समीप खंबा संख्या 537/5 व 537/3 के बीच ट्रैक पर एक के बाद एक कुछ दूरी पर डेटोनेटर रखे गए थे। उसी समय विशेष ट्रेन जम्मू-कश्मीर से
जवानों को लेकर कन्याकुमारी जा रही थी। लेकिन ट्रेन के गुजरने से पहले ही कुछ डेटोनेटर फट गए। इसकी आवाज रेलवे स्टेशन पर मौजूद कर्मियों तक पहुंच गई और ट्रेन को रोक दिया गया।
10 थे, एक से डेढ़ फुट के अंतराल से रखे गए-
रेलवे सूत्रों के अनुसार, दिल्ली-मुंबई ट्रैक पर सागफाटा से डॉगरगांव के बीच 10 डेटोनेटर करीब एक से डेढ़ फुट के अंतराल से रखे गए थे। ट्रेन खंडवा से होते हुए तिरुवनंतपुरम जा रही थी। इसमें आर्मी के अफसर, कर्मचारी और हथियार थे।
जिसके बाद मामले को रेल मंत्रालय ने काफी गंभोरता से लिया, वहीं आर्मी के अधिकारी भी जांच में जुट गए। वे पूछताछ के लिए चाबीदार और ट्रैकमैन को कस्टडी मांग रहे हैं। मध्य रेलवे भुसाबल मंडल के पीआरओ जीवन चौधरी ने बताया कि अभी मामले की जांच चल रही है। डॉग स्ववॉड की मदद से भी छानबीन की जा रही है।
वहीं इस पूरे मामले के संबंध में रेलवे बोर्ड के चेवरमैन सतीश कुमार का कहना है कि बुरहानुपर की घटना को एनआईए और एमपी एटीएस जांच कर रही हैं। जल्द बड़ी कार्रवाई होगी। वहीं ट्रैक पर फॉग हटाने वाले डेटोनेटर या आतंकी साजिश के सवाल पर उन्होंने कहा कि, हर एंगल से जांच की जाएगी।
कानपुर: ट्रैक पर फिर मिला गैस सिलेंडर
इधर, कानपुर में एक बार फिर ट्रेन को पलटने की कोशिश की गई। प्रेमपुर स्टेशन के पास लूप लाइन पर छोटा गैस सिलिंडर रखा गया था। रविवार सुबह 5:50 बजे मालगाड़ी के लोको और सहायक पायलट ने समय रहते सिलिंडर देख लिया और इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी। रेलवे, आरपीएफ, जीआरपी और क्षेत्रीय पुलिस मौके पर पहुंची और जांच की। फॉरंसिक टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। बम व डॉग स्क्वॉड ने भी पड़ताल की। मौके से बीयर के कैन और खाने-पीने को वस्तुओं के रैपर मिले हैं। जीआरपी ने केस दर्ज कर लिया है। इससे पहले कानपुर
में ही 8 सितंबर को कासगंज रूट पर भरा सिलिंडर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश रची गई थी। इस पूरे मामले पर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार का कहना है कि घटना के पीछे साजिश से इन्कार नहीं किया जा सकता हैं।
बठिंडा-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर मिला सरिया
वहीं पंजाब में बठिंडा-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर मोटा सरिया रखा मिला। रविवार सुबह तीन बजे ट्रैक से मालगाड़ी गुजर रही थी। गति धीमी होने के कारण लोकों पायलट ने सरिया देख लिया और ट्रेन को तुरंत रोक दिया। आरपीएफ व जिला पुलिस मामले की जांच कर रही हैं।
अपडेट…
किसने की थी ये साजिश
पुलिस जांच में बात जो सामने आई उसके अनुसार बड़ी बात ये है कि ट्रैक पर डेटोनेटर रखने वाला साबिर रेलवे का ही कर्मचारी है। साबिर ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि नेपानगर में रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर बिछाए गए थे। आर्मी स्पेशल ट्रेन को उड़ाने की साजिश थी।
जिसके बाद साबिर को सोमवार को खंडवा सिविल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी को 25 सितंबर तक की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। वहीं, एक अन्य कर्मचारी से पूछताछ हो रही है। जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी साबिर रेलवे में मेट है। उसका काम रेलवे ट्रैक पर गश्त करने का थी। बताया जा रहा है कि साबिर ने डेटोनेटर चुराए थे। डेटोनेटर चोरी करने के आरोप में साबिर के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
सिमी से जुड़ा होने की आशंका
पुलिस की पूछताछ में साबिर ने यह बताया है कि घटना वाले दिन वह ड्यूटी पर नहीं था और नशे में था। साबिर खंडवा जिले का रहने वाला है। जांच एजेंसी का आशंका है कि वह सिमी से जुड़ा कार्यकर्ता है। इस मामले की भी जांच की जा रही है।