भारत का 83.78 लाख करोड़ का प्लान तैयार, एक्सपोर्ट तोड़ सकता है सारे रिकॉर्ड

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नई दिल्‍ली. सरकार ने कमर कसकर तैयार और 83.78 लाख करोड़ का प्लान का प्लान भी बना लिया है. वास्तव में सरकार ने 2030 तक एक्सपोर्ट का टारगेट 1 ट्रिलियन डॉलर यानी 83.78 लाख करोड़ रुपए का टारगेट रख दिया है. ये टारगेट ऐसे समय पर रखा गया है जब अगस्त में देश का एक्सपोर्ट लगातार दूसरे महीने गिरा है. वाबजूद देश का सर्विस सेक्टर अगले कुछ सालों में रिकॉर्ड कायम कर सकता है.

देश से सर्विस सेक्टर के एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए कॉमर्स मिनिस्ट्री 12 प्रमुख सेक्टर पर अधिक ध्यान देने की योजना बना रहा है. इससे ओवरऑल एक्सपोर्ट आंकड़ा बेहतर करने में मदद मिलने का अनुमान है. वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि सेवाओं के क्षेत्र में भारत एक ‘बहुत’ महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. उन्होंने कहा, ‘हमने 12 चैंपियन (प्रमुख) सर्विस सेक्टर्स की पहचान की है और हम इन पर अधिक सामंजस्यपूर्ण तरीके से ध्यान केंद्रित करेंगे. हम सोच रहे हैं कि किस तरह अन्य मंत्रालयों के साथ सहयोग कर विभिन्न सेवाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाए.’

सेवा निर्यात के प्रोत्साहन के लिए चिह्नित क्षेत्रों में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), पर्यटन, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, परिवहन, लेखा और निर्माण एवं संबंधित इंजीनियरिंग सेवाएं शामिल हैं. बर्थवाल ने कहा कि वर्ष 2030 तक एक लाख करोड़ डॉलर मूल्य की वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात का लक्ष्य तय किया गया है. इसे हासिल करने में सेवा निर्यात अहम भूमिका निभा सकता है. उन्होंने कहा कि वैश्विक संघर्षों से इस क्षेत्र पर उतना प्रभाव नहीं पड़ता जितना कि माल पर पड़ता है. दरअसल मौजूदा वैश्विक हालात में देश का वस्तु निर्यात नकारात्मक रूप से प्रभावित हो रहा है.

वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण अगस्त में देश के निर्यात में 13 महीनों की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई. इस दौरान निर्यात 9.3 प्रतिशत घटकर 34.71 अरब डॉलर रहा जबकि व्यापार घाटा बढ़कर 10 महीनों के उच्चतम स्तर 29.65 अरब डॉलर पर पहुंच गया. वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, सोने और चांदी के आयात में उल्लेखनीय उछाल आने से देश का आयात 3.3 प्रतिशत बढ़कर 64.36 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया.

आयात और निर्यात के बीच का अंतर यानी देश का व्यापार घाटा अक्टूबर, 2023 में 30.43 अरब डॉलर रहा था. वहीं इस साल जुलाई में देश के वस्तु निर्यात में 1.5 प्रतिशत की गिरावट आई थी. चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों (अप्रैल-अगस्त) में देश का एक्सपोर्ट 1.14 फीसदी बढ़कर 178.68 अरब डॉलर हो गया जबकि इस दौरान आयात सात फीसदी बढ़कर 295.32 अरब डॉलर रहा. इस तरह अप्रैल-अगस्त 2024 की अवधि में देश का व्यापार घाटा 116.64 अरब डॉलर था, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 99.16 अरब डॉलर था.

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