Uttarakhand: पहाड़ों पर जल तांडव, आसमान से आई तबाही

0
  • गढ़वाल और कुमाऊं में लगातार बारिश से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त
  • भूस्खलन से टनकपुर.पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग रहा 12 घंटे बंद-चार स्टेट, हाइवे सहित 75 से अधिक सड़कें अभी हैं बंद

पूरे कुमाऊं क्षेत्र में बुधवार रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश बृहस्पतिवार को दिन भर जारी रही और अभी भी जारी है। इससे जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित होते हुए अस्तव्यस्त हो गया। वहीं पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पहाड़ी से मलबा गिरने और भूस्खलन से टनकपुर 12 घंटे बंद रहा। इसके अतिरिक्त कुमाऊं मंडल में 4 स्टेट हाइवे सहित तकरीबन पचहत्तर से अधिक सड़कें अभी बंद हैं।

चीन सीमा को जोड़ने वाली धारचूला तवाघाट सड़क दूसरे दिन भी नहीं खुल सकी।इस कारण दो दिन से 50 से अधिक कैलाश यात्री धारचूला में फंसे हैं। पिथौरागढ़ की दारमा व्यास घाटियों में सीजन का पहला हिमपात हुआ। टनकपुर में भारी बारिश के चलते किरोड़ा और बाटनागाढ़ नाला उफान पर आने से पूर्णागिरि मन्दिर मार्ग बाधित हो गया।

बागेश्वर में बारिश से दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए। टनकपुर तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग पर घटखोला के पास हिलवेज कंपनी ने पांच घंटे के जोरदार प्रयास से सड़क खोल दी थी। एसडीएम मंजीत सिंह चेतलधार पहुंचें और सड़क का निरीक्षण किया।

एसडीएम ने लगातार हो रही बारिश को देखते हुए स्थानीय लोगों को आवाजाही नहीं करने की करी अपील।एसडीएम ने लगातार हो रही बारिश को देखते हुए आदि कैलाश यात्रियों और स्थानीय लोगों से अकारण आवाजाही नहीं करने की अपील की है।

चंपावत में मूसलाधार बारिश से टनकपुर पिथौरागढ़ एनएच गुरना संतोला के पास बंद होने से बड़ी संख्या में वाहन फंसने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।सेना के जवान समेत कई यात्रियों ने जान जोखिम में डालकर पहाड़ी से गिर रहे मलबे को पार किया। अल्मोड़ा जिले में बारिश के कारण सल्ट अल्मोड़ा मार्ग सर्वाधिक प्रभावित हुआ।

मोहान के पास छोटे पुल का पिलर हिल जाने से भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई है।छोटे वाहनों को रोक रोक कर निकाला जा रहा है।
दन्यां क्षेत्र में सड़क में कटाव हो जाने के कारण वाहनों को सावधानी पूर्वक निकाला गया।पन्याली गधेरे के उफान पर आने के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई।
लोक निर्माण विभाग अधिकारियों ने जेसीबी से यातायात सुचारू करवाया।गंगोला कोटली मार्ग पर भारी भूस्खलन होने से सैकड़ों वाहन फंसे रहे।

गढ़वाल में एनएच समेत 93 सड़कें हुई बंद
गढ़वाल मंडल में बारिश और भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य मार्ग एवं बार्डर रोड से लेकर ग्रामीण मोटर मार्ग समेत 93 मार्ग बंद हैं। इसमें सबसे अधिक प्रभावित जिला चमोली है। यहां पर 29 ग्रामीण मोटर मार्ग, एक राज्य मार्ग और एक मुख्य जिला मार्ग बंद है।टिहरी में 17, रुद्रप्रयाग में 15, पौड़ी गढ़वाल में 13, देहरादून में 8 और उत्तरकाशी में 6 मार्ग बंद हैं।
मार्ग बंद होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।वहीं लोक निर्माण विभाग के अनुसार बाढ़ और बारिश से अब तक 50 पुलों को नुकसान पहुंचा है। इसमें 15 पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि 35 पुल आंशिक क्षतिग्रस्त हैं।
लोक निर्माण विभाग ने मागों, सेतुओं और भवनों को पूर्व की स्थिति में लाने के लिए 35,008.67 लाख खर्च होने का अनुमान लगाया है।

खटीमा के तराई में जमकर बरसे बदरा खटीमा में कई दिनों के इंतजार के बाद तराई में जमकर बादल बरसे। लगातार जारी बारिश ने बीते दिनों आपदा का दर्द झेल चुके लोगों की परेशानी को फिर बढ़ा दिया। खटीमा में कई घरों और दुकानों में बारिश का पानी भर गया।

बुधवार मध्यरात्रि से शुरू हुई बारिश बृहस्पतिवार दिनभर जारी रही और अभी भी जारी है। खटीमा के अमाऊं, खेतलसंडा खाम, पकड़िया, राजीव नगर एवं कंजाबाग समेत कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति रही।बाजार क्षेत्र के मुख्य चौक के पास और मेलाघाट मार्ग पर जलभराव है। यहां दुकानों और कई घरों में पानी भर गया। सितारगंज मार्ग स्थित एक पेट्रोल पंप के परिसर में भी पानी जमा हो गया। खकरा और ऐंठा नाले का जलस्तर बढ़ने से लोग काफी चिंतित हैं।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *