सीएम पुष्कर धामी तो आया गुस्सा- खराब हाइवे में फंसे तो बोले, डीएम साहब! एनएच पूरी तरह खाई में समाने का इंतजार मत कीजिए
- टनकपुर से चल्थी तक कोई नेटवर्क भी नहीं मिला
चंपावत। वीवीआइपी (VVIP) जब कभी किसी आयोजन में शामिल होने आते हैं, तो उनके आने-जाने का रूट क्लियर कर लिया जाता है। सड़कों के गड्ढे पाटे जाते हैं। माननीय का काफिला गुजरने के वक्त यातायात तक रोक दिया जाता है। कारण सीधा सा ये ही है कि माननीय को सबकुछ चकाचक नजर आए।
ऐसे में रविवार 18 अगस्त को अचानक मौसम खराब होने से सीएम पुष्कर धामी टनकपुर से 65 किमी सड़क से सफर कर अमोड़ी पहुंचे इस दौरान मार्ग में वे सब देख और महसूस कर गए, जिसे एनएच से सफर करने वाले सैकड़ों यात्री हर रोज झेलते हैं। ऐसा इसलिए भी हुआ क्योंकि एनएच खंड के अधिकारियों व प्रशासनिक मशीनरी को नाकामियों पर पर्दा डालने का मौका नहीं मिला। मिलता भी तो कितना करते, यहां तो कई स्थानों पर सड़क ही गायब है।
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— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 18, 2024
अमोड़ी से टनकपुर पहुंचने में सीएम को लगे पौने 2 घंटे
ज्ञात हो कि पूर्व में भी घाट से टनकपुर के बीच एनएच की बदहाली की कई बातें सामने आ चुकी हैं। नाकामी पर पर्दा डालने वाले अफसरों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। रविवार को सीएम ने इसे खुद देख लिया। धामी को टनकपुर से अमोड़ी पहुंचने में पौने दो घंटे का समय लग गया। कोट अमोड़ी में एनएच का 40 मीटर हिस्सा नदी में समाने की स्थिति में है। कठौल में चार जगह सड़क गायब है।
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एनएच बहने से पहाड़ी काटकर वाहन गुजरने लायक जगह बनाई गई है। जर्जर सड़क से हिचकोले खाकर कार्यक्रम स्थल पहुंचे सीएम धामी का दर्द व जिम्मेदारों के प्रति गुस्सा दोनों झलका। मंच से संबोधन समाप्त पूरा करने से पहले सीएम धामी बोले, जिलाधिकारी अगर कहीं हों तो उनसे कहना चाहता हूं कि एक प्रस्ताव तत्काल लिखिए। मैं अभी टनकपुर से गाड़ी में बैठा, यहां चल्थी तक कोई नेटवर्क नहीं था।
एनएच कई जगह पर क्षतिग्रस्त है। एनएच की देखरेख करने वाले विभागीय अधिकारी से कहिए इतना इंतजार मत कीजिए कि पूरी सड़क बह जाए। सड़क का तत्काल सर्वे कर ट्रीटमेंट कार्य शुरू करें। आदर्श चंपावत में सड़क व संचार सुविधा बेहतर होनी जरूरी है। यह क्षेत्र आदि कैलास यात्रा का प्रमुख मार्ग बन गया है।