महंगाई को लेकर भड़की ईरान की संसद, वित्त मंत्री हम्माती के खिलाफ लेकर आयी महाभियोग
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नई दिल्ली । ईरान (Iran) की संसद (संसद ) ने रविवार को देश के वित्त मंत्री अब्दुलनसर हम्माती (Finance Minister Abdulnasser Hammati) के खिलाफ महंगाई (Inflation) में भारी वृद्धि और रियाल की गिरावट के कारण महाभियोग की प्रक्रिया शुरू कर दी। इस कदम को ईरानी नागरिकों की बढ़ती आर्थिक चिंताओं और विदेशी मुद्रा के मूल्य में आई भारी गिरावट के संदर्भ में देखा जा रहा है।
रविवार को अवैध बाजार में रियाल की कीमत अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 920000 से ऊपर पहुंच गई, जो कि 2024 के मध्य में 600000 के आसपास थी। रियाल की यह गिरावट ईरान की आर्थिक स्थिति के लिए एक और बड़ा संकट बन गई है। ईरान पहले से ही बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रहा है।
मंत्री का बचाव और संसद का फैसला
राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियन ने मंत्री अब्दुलनसर हम्माती का बचाव किया, जबकि हम्माती ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों का हवाला दिया। इसके बावजूद संसद ने महाभियोग पर मतदान करने का निर्णय लिया है, जिसमें किसी भी मंत्री को हटाने के लिए 290 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का समर्थन जरूरी होगा।
सांसदों का कड़ा विरोध
कई राजनेताओं ने वित्त मंत्री के खिलाफ अपनी आवाज उठाई और उन्हें ईरान की खराब आर्थिक स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया। सांसद रुहुल्लाह मुइटफकर-आज़ाद ने कहा, “लोगों के लिए महंगाई की नई लहर को सहन करना बहुत मुश्किल हो गया है। विदेशी मुद्रा और अन्य सामानों की कीमतों में वृद्धि को नियंत्रित किया जाना चाहिए।”
बर्खास्तगी के बाद क्या
ईरान के संविधान के अनुसार, मंत्री को बर्खास्त करने का निर्णय तुरंत प्रभाव से लागू होगा और तब तक एक देखरेख मंत्री नियुक्त किया जाएगा जब तक सरकार नया मंत्री नहीं चुनती। अप्रैल 2023 में संसद ने उद्योग मंत्री रेज़ा फातेमी आमिन को बर्खास्त कर दिया था, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण कीमतों में भारी वृद्धि हुई थी।