18वीं लोकसभा में राष्ट्रपति का पहला संबोधन, आप ने किया बहिष्कार का ऐलान

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नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। अपने संबोधन में राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली नवनिर्वाचित सरकार की प्राथमिकताओं सामने रख सकती हैं। आम आदमी पार्टी (आप) ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है। आप नेता संजय सिंह ने इसकी जानकारी दी।

संजय सिंह ने सीएम केजरीवाल के मुद्दे पर बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, दिल्ली के साथ क्या हो रहा है, ये सब जानते हैं। ED के मामले में सीएम केजरीवाल को जमानत मिलने से ठीक पहले CBI ने उनपर दूसरा मामला डाला । यह तानाशाही है । आज यह 240 पर पहुंचे है। अगले चुनाव में 24 पर आएंगे। संजय सिंह ने कहा, आज आप देखेंगे सरकार के तरफ से बड़ी बातें कहीं जाएंगी। सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर हम राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे।

18वीं लोकसभा में राष्ट्रपति का पहला संबोधन

18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति मुर्मू का यह पहला संबोधन होगा। नई लोकसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुआ। राज्यसभा का 264वां सत्र आज यानी गुरुवार से शुरू होगा।

संविधान के अनुच्छेद 87 के अनुसार, राष्ट्रपति को प्रत्येक लोकसभा चुनाव के बाद सत्र की शुरुआत में संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करना आवश्यक है। राष्ट्रपति द्वारा हर साल संसद के पहले सत्र में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को भी संबोधित किया जाता है। राष्ट्रपति के अभिभाषण के माध्यम से सरकार अपने कार्यक्रमों और नीतियों की रूपरेखा बताती है। यह अभिभाषण पिछले वर्ष सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर भी प्रकाश डालता है और आगामी वर्ष के लिए प्राथमिकताओं को बताता है।

हाल में हुए आम चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA ने 293 सीट जीतकर लगातार तीसरी बार सत्ता बरकरार रखी। हालांकि यह संख्या बीजेपी की उम्मीदों से काफी कम है क्योंकि वह सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए 400 से अधिक सीट की उम्मीद कर रही थी।
चुनाव में विपक्ष मजबूत होकर उभरा है और इंडिया गठबंधन ने 234 सीट जीतीं, जिसमें कांग्रेस की 99 सीट शामिल हैं जो 2019 में जीती गईं 52 सीट से लगभग दोगुनी हैं।

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