अल्मोड़ा सल्ट में ग्रामीणों का अपना सुरक्षा कानून: बिना सत्यापन अपरिचितों के आने पर रोक
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पहल: फसल तोड़ने आए अपरिचितों को गांव से लौटाया
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भ्याड़ी गांव ने अपना सुरक्षा कानून लागू किया
अल्मोड़ा। सल्ट की ग्राम पंचायत भ्याड़ी में निवर्तमान ग्राम प्रधान और मौजूदा प्रशासक भगत सिंह ने सख्ती से गांव का अपना सुरक्षा कानून लागू किया है। शनिवार को यहां सेमल तोड़ने आए चार अपरिचित लोगों को उन्होंने बिना सत्यापन कराए आने के कारण गांव से बाहर भेज दिया। तोड़े गए सेमल भी जब्त कर लिए गए। रविवार को क्षमा याचना करने पर उनका सामान लौटाया गया और भविष्य में बिना सत्यापन के गांव आने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई।
कोरोना काल के समय से कई गांवों में इस तरह की सख्ती स्थानीय स्तर पर लागू कौ गईं थी। निवर्तमान ग्राम प्रधान भगत सिंह ने बताया कि शनिवार को चार लोग मुरादाबाद क्षेत्र से उनके गांव में आए और सेमल तोड़ने लगे। उन्होंने चार बोरों में सेमल तोड़कर भरे हुए थे, जिन्हें जब्त कर लिया गया और चारों लोगों को गांव से बाहर भेज दिया। उनका कहना है कि जब वह ग्राम प्रधान बने थे, तभी से यह व्यवस्था लागू कर दी थी क्योंकि, कई बार फेरी वाले या कबाड़ आदि खरीदने वाले अथवा अन्य अपरिचित लोग अपराध का कारण भी बन जाते हैं।
उन्होंने सभी ग्रामीणों को विश्वास में लेकर यह व्यवस्था लागू की, इसके गांव की सुरक्षा को लेकर काफी लाभ हुए। शनिवार को उन्होंने चार लोगों को गाड़ियां खड़ी करके सेमल तोड़ते हुए देखा तो उनसे पूछताछ की। सत्यापन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने अनभिज्ञता जताई। इस पर ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों को इकट्ठा किया और उनके सेमल जब्त कर लिए गए। उन्हें वापस भेज दिया गया। पूर्व ग्राम प्रधान के अनुसार रविवार को कुछ लोग कुछ परिचित लोगों को लेकर वे उनके पास आए अपनी गलती मानी तब उन्हें उनका सामान लौटा दिया, लेकिन गांव की सुरक्षा के लिए यह कानून आगे भी लागू करने का उन्होंने निर्णय लिया।