Uttarakhand: सीएम धामी ने की पत्नी-बच्चों संग मसूरी रोड पर ट्रेकिंग
- खूबसूरत वादियों का दीदार करते हुए लीं तस्वीरें
देवभूमि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर अपना अलग अंदाज दिखाते हुए रविवार को मसूरी रोड पर ट्रेकिंग की। रविवार को उनके इस अंदाज की खूब चर्चा रही। दरअसल रविवार की सुबह सीएम सुबह पत्नी और बच्चों के साथ मसूरी रोड पर ट्रेकिंग के लिए निकले। इस दौरान लोग उन्हें देखकर हैरान रह गए।
सीएम धामी शहंशाही आश्रम से पैदल ओल्ड राजपुर रोड होते हुए झड़ीपानी (मसूरी) पहुंचे। यहां उन्होंने चाय की चुस्की के साथ खूबसूरत वादियों का भी दीदार किया। साथ में रूट पर दिखने वाली समस्याओं को लेकर भी अधिकारियों से बात की।
सीएम धामी ने कहा कि यह ट्रेक न केवल साहसिक गतिविधियों का हिस्सा है, बल्कि इस यात्रा के दौरान प्रकृति की अद्भुत सुंदरता, शुद्ध हवा और शांत वातावरण का भी अनुभव होता है।
उत्तराखंड में इस तरह के अनेक ट्रेक विशेष आकर्षण का केंद्र हैं। शीतकालीन यात्रा के दौरान भी राज्य में आने वाले पर्यटक व स्थानीय लोग भी ट्रेकिंग का आनंद ले सकते हैं।शीतकाल में बर्फ से ढके पहाड़, शीतल व शुद्ध हवा और मनमोहक दृश्य उत्तराखंड के प्राकृतिक सौंदर्य को और भी अद्वितीय बना देते हैं।
प्रदेश में साहसिक गतिविधियों और ट्रेकिंग को बढ़ावा देने के लिए हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। इसके लिए जहां वर्तमान ट्रेकिंग रूट को विकसित किया जा रहा है वहीं साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए नए डेस्टिनेशंस का भी विस्तार किया जा रहा है।
आप सभी उत्तराखण्ड आइए और… pic.twitter.com/QbYHkn8n1V
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) January 5, 2025
उन्होंने कहा कि, साहसिक गतिविधियों के लिए भी उत्तराखंड आदर्श स्थल है, अब केवल ग्रीष्मकाल ही नहीं बल्कि शीतकाल में भी उत्तराखण्ड आपके स्वागत के लिए तैयार है।
सीएम धामी का कहना है कि,साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के ट्रेकिंग रूटों को बेहतर बनाया जाएगा, जिससे देश-विदेश से आने वाले पर्यटक और ट्रैकर्स राज्य की नैसर्गिक सुंदरता, वसुधैव कुटुंबकम की संस्कृति का आनंद लेकर अच्छे अनुभव लेकर जाएं।
यहां उन्होंने एमडीडीए के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ट्रेक के प्राकृतिक स्वरूप को बरकरार रखते हुए इस रूट पर पर्यटकों, ट्रेकरों के साथ आम लोगों के बैठने, खाने-पीने, शौचालय की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। साथ ही स्वच्छता, रूट मार्गदर्शन के लिए आकर्षक साइनेज और रेलिंग भी लगाई जाए।