Uttarakhand: : मां पूर्णांगिरि धाम में माता के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु
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नए साल के दूसरे दिन भी हजारों भक्तों ने किए दर्शन
नववर्ष पर श्रद्धालुओं का मां पूर्णागिरि धाम (टनकपुर ) में मां के दर्शन के लिए पहुंचने का क्रम गुरुवार को भी जारी रहा। दूसरे दिन करीब डेढ़ हजार श्रद्धालुओं ने मां पूर्णागरि के दरबार में शीश नवाया। मंदिर समिति की ओर से नए साल पर रात 10 बजे तक मुख्य मंदिर खोला गया था। धाम क्षेत्र में मां के जयकारों की गुंज और भक्तिमय माहौल बना हुआ है।
मंदिर समिति के अध्यक्ष किशन तिवारी ने विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया। बता दें कि वर्षात 31 दिसंबर से ही श्रद्धालु मां यूर्णागिरि धाम में मां के दर्शन को उमड़ने लगे थे। मंगलवार और बुधवार को 40 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन किए। दो
दिनों तक धाम में श्रद्धालुओं के उम्ड़ने से ठूलीगाड़, भैरव मंदिर पार्किंग फुल रही।
इधर, बुधवार देर रात तक श्रद्धालुओं के लौटने का क्रम जारी रहा। रात 10 बजे तक दूलीगाड़ बैरियर भी खोला गया था। इस दौरान दूलीगाड़ चौकी इंचार्ज राकेश कठैत, भैरव मंदिर चौकी इंचार्ज कपूर पाल सिंह, समिति कोषाध्यक्ष नवीन तिवारी, महेश पांडेय, नेत्र बल्लभ तिवारी, भुवन पांडेय, उपाध्यक्ष नीरज पांडेय, राकेश मुरारी, सुभाष पांडे आदि मौजूद रहे।
ज्ञात हो कि पूर्णागिरि मन्दिर भारत के उत्तराखण्ड प्रान्त के शहर टनकपुर में अन्नपूर्णा शिखर पर 5500 फुट की ऊँचाई पर स्थित है। यह चतुर् आदि शक्तिपीठ में से एक है। यह स्थान महाकाली की पीठ माना जाता है। कहा जाता है कि दक्ष प्रजापति की कन्या और शिव की अर्धांगिनी सती की नाभि का भाग यहाँ पर विष्णु चक्र से कट कर गिरा था।