चिन्मय के वकील को जान से मारने की धमकी, बोले फिर भी लड़ूंंगा केस
- कहा-मेरे खिलाफ दर्ज हो सकते हैं झूठे मामले, लेकिन मुझे कोई परवाह नहीं
बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास के वकील रवींद्र घोष ने कहा कि उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। लेकिन वह धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा, भले ही मेरी जान चली जाए, लेकिन मैं दो जनवरी को कोर्ट जरूर जाऊंगा।
देश के एक नामी समाचार समुह को घोष ने बताया कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार दास को निशाना बना रही है, क्योंकि बह हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ मुखर थे और पीड़ित अल्पसंख्यक समुदाय को एकजुट कर रहे थे। बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट के वकील 74 वर्षीय घोष ने कहा, मुझे मालूम है, मेरे खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए जा सकते हैं, लेकिन इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मैंने पूरी जिंदगी अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया है। मैंने मुसलमानों के लिए भी मुकदमे लड़े हैं और उन्हें न्याय दिलाने में मदद की है।
उनका कहना है कि मौत एक दिन आएगी, लेकिन मैं लड़ाई जारी रखूंगा। अपना इलाज कराने बंगाल आए, घोष ने कहा, जबसे मैंने चिन्मय कृष्ण दास के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने की बात की, तबसे मुझे जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। यह धमकियां कोई और नहीं बल्कि वकील बिरादरी से ही मिल रही हैं।
हिन्दुओं की सुरक्षा के लिए रैली निकाली
कोलकाता। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों और पड़ोसी देश में हिंदू महंतचिन्मय कृष्ण दास की लगातार कैद के विरोध में सोमवार को ‘बंगाली हिंदू सुरक्षा समिति’ के बैनर तले शहर के बीचों-बीच एक रैली में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। सियालद॒ह स्टेशन से शुरू हुईं रैली रानी रश्मोनी रोड पर समाप्त हुईं। इस दौरान लोगों ने दास को रिहाई को मांग करते हुए नारे लगाए।
: दास पहले इस्कान बांग्लादेश से जुड़े थे और मांग की कि मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार हिंदुओं समेत अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बंद करे। भगवा झंडे और बैनर लिए प्रदर्शकारियों ने हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों को निशाना बनाकर जारी हिंसा पर चिंता व्यक्त की।