‘परमाणु प्लानिंग’ इज़रायल ने उड़ा दी ईरान की नींद
इज़रायल (Israel) के सैन्य ठिकानों पर ईरान (Iran) ने 1 अक्टूबर को मिसाइल अटैक किया था। इज़रायल ने 26 अक्टूबर को ईरान की राजधानी तेहरान (Tehran) और आसपास के सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागते हुए उसका बदला ले लिया था। इज़रायली सेना के हमलों में ईरान के 2 सैनिकों की भी मौत हो गई थी। दोनों देशों के एक-दूसरे पर किए हमलों से विवाद भी बढ़ा और तनाव भी, लेकिन फिर लगा कि मामला कुछ समय बाद ठंडा पड़ जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हैं। दोनों देशों के बीच तनाव अभी भी बरकरार है और कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसी बीच इज़रायल ने ईरान के लिए एक ऐसी प्लानिंग की है जिससे ईरान की नींद उड़ गई है। ईरान ने सीरिया (Syria) में बदल रहे हालातों का फायदा उठाते हुए ईरान को झटका देने का बड़ा परमाणु प्लान बनाया है।
इज़रायल की परमाणु प्लानिंग क्या है?
सीरिया में विद्रोहियों के तख्तापलट के बाद ईरान की भी चिंता बढ़ गई है। दरअसल सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति बशर-अल असद (Bashar al-Assad) के ईरान से अच्छे संबंध थे, लेकिन अब असद के भागने के बाद हालात बदल गए हैं। ऐसे में अब इज़रायली सेना ईरान के परमाणु ठिकानों के खिलाफ एक बड़े मिलिट्री ऑपरेशन करने की तैयारी में है। इसके तहत इज़रायल लगातार सीरिया में सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहा है।
सीरिया में सिर्फ ईरानी सैन्य सिस्टम ही नहीं, बल्कि रूसी सैन्य सिस्टम को भी काफी नुकसान पहुंचा है, क्योंकि रूस ने भी लंबे समय तक असद की मदद की है। सीरिया में रूस का लगभग 86% एयर डिफेंस सिस्टम तबाह हो गया है।
अब इज़रायल की नज़र सीरिया में ईरान के परमाणु ठिकानों पर है। इज़रायल का मानना है कि असद की सरकार गिरने और लेबनान (Lebanon) में हिज़बुल्लाह (Hezbollah) को कमज़ोर करने के बाद मिडिल ईस्ट में ईरान अलग-थलग पड़ गया है। ऐसे में ऐसे में सीरिया का रास्ता साफ होने के बाद ईरान के परमाणु ठिकानों को तबाह करते हुए इज़रायल उसे कमज़ोर बना देना चाहता है।