Apaar ID: उत्तराखंड में छात्रों के अपार आईडी बनाने में अब तक केवल 3 जिले ही 50 प्रतिशत से उपर पहुंचे

0
  • Uttarakhand: छात्रों के अपार आईडी बनाने में दून, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर बुरी तरह पिछड़े, नवंबर तक पूरा करना था लक्ष्य

उत्तराखंड में कक्षा एक से 12वीं तक के सरकारी और निजी विद्यालयों के 22 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं की अपार (ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री / APAAR ) आईडी बननी है, जो केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई एक अहम योजना है, लेकिन योजना में देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिले फिसड्डी साबित हो रहे हैं।

भले ही अन्य जिलों का प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं है। सभी जिलों को पिछले महीने नवंबर 2024 तक शत-प्रतिशत छात्रों के आईडी कार्ड बनाने के लक्ष्य को पूरा करना था। उत्तराखंड सहित देशभर में इन दिनों छात्र-छात्राओं की स्वचालित स्थायी शैक्षणिक खाता रजिस्ट्री बनाई जा रही है।

क्या है अपार (APAAR) आईडी

अपार (ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) भारत सरकार की एक पहल है, जो छात्रों को उनकी शैक्षिक उपलब्धियों और प्रमाणपत्रों को डिजिटल रूप में संरक्षित करने के लिए एक स्थायी और अद्वितीय पहचान प्रदान करती है। यह “वन नेशन, वन स्टूडेंट आईडी” के उद्देश्य के तहत कार्य करता है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

दरअसल यह 12 अंकों का एक ऐसा आईडी कार्ड हैं, जो छात्र-छात्राओं के लिए छोटी कक्षा से लेकर उनकी पढ़ाई खत्म होने तक स्थायी रहेगा। केंद्र सरकार की ओर से लगातार शत प्रतिशत छात्र-छात्राओं के यह कार्ड बनाए जाने पर जोर दिया जा रहा है। वहीं, समग्र शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशालय ने भी इसके लिए तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

नहीं पड़ेगी : प्रमाणपत्र सत्यापित कराने की जरूरत

अपर राज्य परियोजना निदेशक कुलदीप गैरोला के मुताबिक, अपार आईडी बनने से छात्र-छात्राओं को अपने प्रमाणपत्र सत्यापित कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उनका शैक्षिक रिकार्ड एक जगह सुरक्षित रहेगा। इससे छात्र-छात्राओं को जहां सुविधा मिलेगी, वहीं, फर्जीवाड़ा भी रुकेगा।

आज मनाया जाएगा देशभर में मेगा अपार दिवस

समग्र शिक्षा के अपर राज्य परियोजना निदेशक कुलदीप गैरोला के मुताबिक, उत्तराखंड के निजी और सरकारी सभी विद्यालयों में नौ और 10 दिसंबर को मेगा अपार मेगा दिवस मनाया जाएगा। उत्तराखंड सहित देशभर में यह दिवस मनाया जा रहा है।

अपार आईडी बनाने का 50 फीसदी भी पूरा नहीं हुआ लक्ष्य

देवभूमि उत्तराखंड में अब तक 50 फीसदी छात्र-छात्राओं के भी अपार आईडी नहीं बने। समग्र शिक्षा के अपर राज्य परियोजना निदेशक कुलदीप गैरोला ने सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया कि इस महीने के भीतर अनिवार्य रूप से सभी छात्र-छात्राओं के अपार आईडी बना लिए जाए।

अपार आईडी कार्ड में जिलों की स्थिति ऐसे समझें

जिला छात्र         :        प्रतिशत में
अल्मोड़ा        :        49.32
बागेश्वर        :        57.06
चमोली        :        60.24
चंपावत        :        44.87
देहरादून        :        17.32
हरिद्वार        :        25.59
नैनीताल        :        37.13
पौड़ी        :        54
पिथौरागढ़        :        41.72
रुद्रप्रयाग        :        38.31
टिहरी        :        44.29
ऊधमसिंह नगर        :        31.31
उत्तरकाशी        :        33.53

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *