Almora News: पूरा पहाड़ गिराकर ही हो पाएगा क्वारब पहाड़ी का सही ट्रीटमेंट
- जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट मिलने के बाद प्रशासन की कोशिशों को लगा झटका
अल्मोड़ा। क्वारब के पास दरक रही पहाड़ी को वजह से बाधित हो रहे अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग का ट्रीटमेंट करने कौ कवाबद में जुटे प्रशासन को झटका लगा है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के विशेषज्ञों की टीम ने प्रारंभिक अध्ययन के बाद तैयार रिपोर्ट में कहा है कि पहाड़ जिस तेजी से दरक रहा है और ऊपरी सतह से भूस्खलन तथा निचली सतह से पानी निकलने के कारण जिस तरह के हालात यहां बन रहे हैं। उसमें सही ट्रीटमेंट भूस्खलन की चपेट में आए पहाड़ को पूरा गिराने के बाद हीं हो सकता है।
इस बीच एनएच और लोनिवि के अधिकारी अपने स्तर से राहत और बचाब कार्यों में जुटे हुए हैं। अब कुमाऊं क्षेत्र के लोगों के लिए चिंता को बात यह है कि इस एनएच को लंबे समय के लिए भी बंद किया जा सकता है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के विशेषज्ञों कौ रिपोर्ट में भी एनएच को बंद करने की सलाह दी गई है। अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है और अब वैकल्पिक मार्गों को बनाने की संभावनाओं पर विचार करने के साथ-साथ पहाड़ का अस्थिर हुआ हिस्सा मलबे के रूप में हटाने की तैयारी में भी अधिकारियों ने काम करना शुरू कर दिया है।
इस मामले पर अल्मोड़ा डीएम आलोक कुमार पांडेय का कहना है कि विशेषज्ञों की रिपोर्ट में दरकते पहाड़ के भूस्खलित हिस्से को हटाने के बाद ही ट्रीटमेंट की सलाह दी गई है। इस बारे में विचार-विमर्श किया जा रहा है। वैकल्पिक मार्ग और बैली ब्रिज बनाने की संभावनाएं भी लगातार तलाशी जा रही हैं। जल्द ही समस्या का समाधान निकले, इसके लिए प्रयास जारी हैं।
खतरे के बीच निकाले गए वाहन
क्वारब में राष्ट्रीय राजमार्ग और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की और से राहत, बचाव और विकास कार्य लगातार किए जा रहे हैं। रविवार को भी यातायात तो चलाया गया लेकिन मौके पर खतरा लगातार बना हुआ है। पहाड़ी से गिर रहें पत्थरों और भूस्खलन के बीच ही वाहनों को रोक-रोककर निकाला गया, जबकि काफी संख्या में वाहनों को रानीखेत की ओर से निकाला जा रहा है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी विनीत पाल का कहना है कि संबंधित विभागों के अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर रखें हुए हैं और सभी मार्ग को यातायात को सामान्य करने के लिए प्रशासन को तरफ से लगातार प्रयास जारी हैं।
50 किमी का अतिरिक्त चक्कर
क्वारब की समस्या का समाधान नहीं होने के कारण लोगों को करीब 50 किलोमीटर घूमकर रानीखेत होते हुए अल्मोड़ा आना पड़ रहा है।
इससे किराये में भी भारी बढ़ोतरी वाहन चालकों ने कर दी है। लोग इससे परेशान हैं हालांकि डीएम ने बढ़े किराये पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं लेकिन अभी भी वाहन चालकों की मनमानी जारी है।