DevBhoomi: तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद
- अंतिम दिन 1216 भक्तों ने किए दर्शन, भुनकुन गुफा पहुंचेगी डोली
ऊखीमठ (रुद्रप्रयाग) स्थित पंच केदार में तृतीय तुंगनाथ मंदिर के कपाट सोमवार दोपहर 12:30 बजे शीतकाल के लिए विधि-विधान से बंद कर दिए गए हैं। भगवान तुंगनाथ की चल उत्सव विग्रह डोली अपने प्रथम रात्रि प्रवास के लिए भूतनाथ मंदिर चोपता पहुंच गई है।
मंगलवार को डोली भुनकुन पहुंचेगी जबकि सात नवंबर को डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल मर्कटेश्वर मंदिर मक्कूमठ पहुंचेगी। यहां पर आराध्य की भोग मूर्तियों को शीतकालीन पुजा-अर्चन के लिए गर्भगृह में स्थापित कर दिया जाएगा। इस साल रिकॉर्ड 1.73 लाख श्रद्धालु भगवान तुंगनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे हैं।
ज्ञात हो कि इस साल 14 मई को तुंगनाथ मंदिर के कपाट खुले थे। वहीं सोमवार को प्रातः 6 बजे से गर्भगृह में कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू की गई। मंदिर के पुजारी अतुल मैठाणी ने अभिषेक पूजा, भोग और आरती सहित अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया। इस दौरान 1216 भक्तों ने भगवान तुंगनाथ के दर्शन कर जलाभिषेक किया। इसके बाद सुबह 10 बजे से मठाधिपति रामप्रसाद मैठाणी के हाथों भगवान तुंगनाथ कौ समाधि पूजा शुरू की गई। पंच पुरोहित सुरेंद्र मैठाणी, अजय मैठाणी व अन्य की मौजूदगी में भगवान तुंगनाथ की सभी पूजा संपन्न हुई।