देश में यहां मिला दुनिया का सबसे खंखार व चालाक जीव हनी बेजर
- बाघ को भी कर सकता है चित, शहद प्रिय होने के कारण हनी बेजर नाम मिला
- गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे खूंखार जानवर की श्रेणी में है शामिल
हल्द्वानी के तराई ईस्ट के सुरई रेंज में दुनिया के सबसे खूंखार और चालाक जानवर हनी बेजर मिला है। अब तक भारत में यह सिर्फ सात बार ट्रैप हुआ है। हनी बेजर के ट्रैप होने के बाद वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञों ने अध्ययन शुरू कर दिया है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने सबसे खूंखार जानबर की श्रेणी में इसे शामिल किया है।
बताया जाता है कि यह टाइगर को भी चित कर सकता है। दरअसल वन विभाग की ओर से तराई पूर्व के जंगलों में 35 ट्रैप कैमरे लगाए हैं। सुरई रेंज के कैमरा नंबर 13 में रात के वक्त सबसे खूंखार और दुर्लभ श्रेणी में शामिल हनी बैजर नजर आया है।
बताते चलें कि स्तनधारी हनी बैजर मांसाहारी होता है, लेकिन इसे शहद सबसे प्रिय है। इसलिए इसे हनी बैजर कहा जाता है। इसे अफ्रीका के जंगलों में यह आसानी से देखा जा सकता है। यह हमेशा रात के वक्त शिकार में निकलता है। इसके बारे में ज्यादा अध्ययन नहीं होने के कारण इसकी संख्या के स्पष्ट आंकड़े नहीं हैं।
यह कर्नाटक और ओडिशा में दो बारट्रैप किया गया है। राजस्थान, आंध्र प्रदेश और पीलीभीत टाइगर रिजर्व में भी एक बार देखा गया है। उत्तराखंड में इसके पहली बार ट्रैप होने के बाद वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञों ने इसके बारे में अध्ययन शुरू कर दिया है।
ट्रैप : साल के पेड़ों वाले जंगलों में हुआ
हनी बेजर को साल के जंगल ज्यादा भाते हैं, इसलिए यह हर बार इन्हों जंगलों में देखा गया है। इसके बारे में जरनल ऑफ धिंटेड टेक्सा ने भी स्टडी प्रकाशित है।
डीएफओ तराई हिमांशु बागरी का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईसीयूएन) ने भी इसे कनर्सन कैटगरी लिस्ट में शामिल किया हैं। इसकी लंबाई करीब 23 से 28 सेंटीमीटर और वजन नौ से 16 किलो तक का होता है। इसका ट्रैप होना काफी सुखद है।
इस संबंध में पश्चिमी वृत्त हल्द्वानी के सीनियर वाइल्ड लाइफ बायोलॉजिस्ट प्रशांत कुमार का कहना हे कि तराईं पूर्व के जंगलों में दुनिया का सबसे खूंखार हनी बेजर को ट्रैप किया गया है। इसके बारे में अध्ययन किया जा रहा है। इसको स्टडो जनरल ऑफ प्रिंटेड टेक्सा ने भी प्रकाशित की है।