निवेशकों की संपत्ति इस साल 111 लाख करोड़ बढ़ी
नई दिल्ली। शेयर बाजार की रिकॉर्ड तेजी ने इस साल निवेशकों को जमकर मुनाफा दिया है। जनवरी से लेकर सितंबर तक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों की पूंजी 110.57 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है। 27 सितंबर को यह 477.93 लाख करोड़ रुपये के ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी।
आंकड़ों के अनुसार, सितंबर अंत तक बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों की पूंजी 474.86 लाख करोड़ रुपये या 5.67 लाख करोड़ डॉलर रही। इस दौरान सेंसेक्स में 12,026 अंकों को बढ़त रही। यानी 16.64 फोसदी का मुनाफा मिला है। साल के शुरू में सेंसेक्स 72,271.94 के स्तर पर था, जो 27 सितंबर को अब तक के उच्च स्तर 85,978 पर पहुंच गया। विश्लेषकों के मुताबिक, अर्थव्यवस्था को मजबूती के साथ घरेलू तरलता बढ़ने के कारण बाजार में तेजी बनी रही। खासकर म्यूचुअल फंड में अच्छा पैसा खुदरा निवेशकों ने लगाया है। विदेशी संस्थागत
निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली के दबाब के बावजूद भारतीय इक्विटी बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए।
मिड व स्मालकेप का अच्छा प्रदर्शन
मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। कई स्टॉक ने कई गुना फायदा दिया है। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 12,645 अंक या 34.32 फोसदी बढ़ा है। स्मॉलकैप इंडेक्स भी 14,777 अंक या 34.62 फीसदी की तेजी से बढ़ा है। इससे 2024 खुदरा निवेशकों के लिए एक बेहतर वर्ष रहा है।
ब्याज दरें घटने से बाज़ार में तेजी
भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए सकारात्पक बात अमेरिका में ब्याज दर में कटौती की शुरुआत रहो है। इससे निवेशकों की धारणा को बढ़ावा मिला है। जोखिम वाली संपत्तियों में तरलता बढ़ी है। देशों में तनाव के बावजूद कच्चे तेल की कीमतें कम रहीं। इससे महंगाई के दबाव को कम करने में मदद मिली।
पूंजी के हिसाब से शीर्ष 5 कंपनियां
कंपनी : पूंजी
रिलायंस : 1982
टीसीएस : 1551
एचडीएफसी बैंक : 13.7
एयरटेल : 9.67
आईसीआईसीआई बैंक 8.98
(आंकड़े लाख करोड़ रुपये में)
: 18.73 प्रतिशत का फायदा दिया सेंसेक्स ने 2023 मेंं
: निवेशकों की संपत्ति करीब 82 लाख करोड़ बढ़ी थी।