Uttarakhand: देवभूमि के 5 गांवों से सरकार की बंदोबस्ती शुरू करने की योजना
- देवभूमि में 16 हजार से अधिक गांव हैं।
देवभूमि उत्तराखण्ड में लंंबे समय से बंदोबस्ती नहीं हुई है। पांच गांवों में बंदोबस्ती शुरू करने की योजना अब राज्य सरकार द्वारा बनाई जायेगी। इन पांच गांवों में बंदोबस्ती के अनुभव के आधार पर ही राज्य में बंदोबस्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह कार्य केंद्र सरकार के सहयेाग से किया जाएगा।
ज्ञात हो कि देवभूमि में 16 हजार से अधिक गांव हैं। यहां पर बंदोबस्ती 1962 में हुई थी, इसके बाद बंदोबस्ती नहीं हो सकी। बंदोबस्ती न होने से कई बार समस्याएं आती है। इन समस्याओं में जैसे भूमि तो है, लेकिन किस जगह पर है, यह बड़ा सवाल होता है। इन गांवों में राज्य सरकार सर्वे ऑफ इंडिया की भी मदद लेने की योजना बना रही है। अभी ये पांच गांव कौन होंगे, उसको अंतिम रूप से तय नहीं किया गया है, लेकिन प्रारंभिक तौर पर टिहरी और पौड़ी के दो दो और हरिद्वार के एक गांव को शामिल करने पर विचार हुआ है।
ड्रोन या एयरक्राफ्ट से संबंधित क्षेत्र का लिया जाएगा नक्शा
सर्वे आफ इंडिया ड्रोन या एयरक्राफ्ट के माध्यम से बंदोबस्ती के लिए संबंधित क्षेत्र का नक्शा लेगा। राजस्व विभाग द्वारा नक्शे पर रिकॉर्ड बनाने का काम किया जायेगा। जिसमें सर्वे किया जायेगा, कि भूमि किसके नाम पर है, साथ ही भूमि में निर्मित और खुला क्षेत्र आदि की जानकारी भी जुटानी होगी।
इसके बाद बंदोबस्ती के पूर्व नक्शे और सर्वे ऑफ इंडिया जो नए नक्शे को तैयार करेगा, इन तीनों के आधार पर ही रिपोर्ट तैयार होगी। यह कार्य नेशनल जियो स्पेशल नालेज बेस्ड लैंड सर्वे आफ अर्बन हैबिटेशन योजना के अन्तर्गत होगा।
राजस्व विकास परिषद आयुक्त आयुक्त चंद्रेश यादव का कहना है कि पांच गांवों में बंदोबस्ती करने के साथ ही राज्य सरकार की शहरों के सर्वे कराने की भी योजना है। अभी स्थान तय नहीं हुआ है। इस दिशा में प्रक्रिया चल रही है।