Dehradun: पुलिस ने मारा 70 स्पा सेंटरों पर छापा, पकड़े केवल चार!
- महिला समेत चार गिरफ्तार, पांच पीड़िताएं मुक्त
Dehradun: देवभूमि उत्तराखण्ड के कई स्पा सेंटर्स पर चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़ करने के लिए देहरादून के स्पा सेंटर्स पर रविवार को पुलिस की ओर से छापामार कार्रवाई की गई।
इस कार्रवाई के तहत पुलिस के अनुसार स्पा सेंटर से एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि पांच पीड़िताओं को मौके से मुक्त कराया गया है। इस दौरान पुलिस ने कुछ स्पा सेंटरों को चेतावनी भी दी है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस ने रविवार को शहर के 70 स्पा सेंटरों पर छापा मारा। पूर्व में दिए गए दिशा निर्देशों के संबंध में उनके दस्तावेज आदि भी चेक किए गए। इस दौरान सीसीटीवी कैमरों, आने वाले ग्राहकों का विवरण और कर्मचारियों के सत्यापन के संबंध में भी पूछताछ की गई। इस कार्रवाई में पुलिस एक्ट में 29 चालान किए गए, जिनसे 10 हजार रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला गया।
पांच पीड़िताओं को कराया मुक्त
कुल 26 स्पा सेंटरों का पुलिस एक्ट में चालान भी किया गया। इस कार्रवाई में पटेलनगर मंडी क्षेत्र के पास लाइन वुड स्पा सेंटर में भी छापा मारा गया। यहां तीन पुरुष और तीन महिलाएं आपत्तिजनक हालत में मिले। इसके बाद स्पा संचालिका समेत चार लोगों के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
स्पा सेंटर में पाई गई अनैतिक गतिविधि
इसी कार्रवाई के दौरान पुलिस ने पाया कि पटेल नगर क्षेत्र के मंडी इलाके में चल रहा एक स्पा सेंटर और सैलून अपने यहां कुछ अनैतिक कार्य करवा रहा है, पुलिस ने जैसे ही छापा मारा वैसे ही तीन महिला और तीन पुरुष आपत्तिजनक स्थिति में पाए गए, पुलिस ने तुरंत सबके खिलाफ अनैतिक देह व्यापार रोकथाम अधिनियम 1956 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया, इसके साथ ही पांच पीड़ित महिलाओं को वहां से रेस्क्यू भी किया गया है, पकड़े गए लोगों में देहरादून और सहारनपुर के निवासी शामिल हैं।
इसके साथ ही पांच पीड़िताओं को भी वहां से मुक्त कराया गया गिरफ्तार आरोपियों के नाम शोभा रानी निवासी कांवली रोड, विजय कुमार गुरुंग निवासी क्लेमेंटटाउन, मोहम्मद शादाब निवासी गंदेवाड़ा, सहारनपुर और मोहम्मद अमजद निवासी छुटमलपुर सहारनपुर हैं। इन सभी को सोमवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
इसके पहले भी हुआ मामला
ज्ञात हो कि इससे पहले भी देवभूमि उत्तराखण्ड में कई ऐसे स्पा सेंटरों में छापा मारा है, जिनमें से एक सिडकुल चौकी क्षेत्र स्थित एक मॉल में संचालित हो रहे गोल्डन स्पा सेंटर में छापा मारने का मामाला शामिल है। स्पा सेंटर में बने कमरों को चेक किया गया तो दो कमरों में दो पुरुष और दो महिलाएं मिलीं। रिसेप्शन काउंटर पर ग्राहकों का रजिस्टर चेक करने पर उनकी कोई एंट्री नहीं थी। इसके साथ ही सेंटर से बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामान और छह मोबाइल भी बरामद हुए थे।
एक सवाल जो खड़ा होता है:
देहरादून के स्पा सेंटर्स में जिस्मफरोशी होना कोई नई बात नहीं है। यह बात हर कोई जानता है कि स्पा सेंटर्स आॅनलाइन के माध्यम से अपना प्रचार भी करते हैं यहां तक की वे कई इशारे भी देते हैं, इसके अलावा लोगों का तो यहां तक कहना है कि वे फोन या वाहट्सएप के माध्यम से चर्चा करने पर अदर्स सर्विस की जानकारी भी कई बार उपलब्ध करा देते हैं। इसके बावजूद पुलिस द्वारा की जाने वाली इन पर नाममात्र की कार्रवाई संदेह पैदा करती है। यहां तक की कई लोग तो इसका समर्थन इस प्रकार करते हैं कि टूरिस्ट प्लेस है ये सब तो चलेगा ही आखिर टूरिस्ट यहां आराम फरमाने ही तो आते हैं।
??? एक खास बात ये भी है कि जब देहरादून के अधिकांश स्पा सेंटर्स में ऐसी चीजें होना वर्तमान में अब लोगों से छीपी नहीं हैं तो ऐसे में 70 स्पा सेंटरों पर छापे के बाद केवल चार लोगों का पुलिस की गिरफ्त में आना भी काफी आश्चर्य पैदा करता है। ऐसे में एक प्रश्न ये भी है कि क्या पुलिस द्वारा कार्रवाई किए जाने से पहले ही ये सूचना लीक होकर उन सेंटर्स तक पहुंच गई थी। यदि ऐसा है तो ये साफ होता है कि कोई भेदिया या कुछ भेदिये ऐसे भी है जो तन्ख्वाह पुलिस की लेते हैं और काम स्पा सेंटर्स के लिए करते हैं।
इतना ही नहीं सूत्रों के अनुसार सहस्त्रधारा सहित शहर के कई होटलों में भी इस तरह के अवैध काम जारी हैं, ऐसे में जानकारी होने पर भी पुलिस द्वारा इन मामलों में कार्रवाई नहीं किया जाना काफी बड़ा संदेह उत्पन्न करता है।
यूं तो पुलिस की ये कार्रवाई स्वागत योग्य हे, लेकिन चंद कार्रवाइयों के नाम पर पुलिस द्वारा खुद की पीठ थपथपा लेना केवल देहरादून ही नहीं देश के अधिकांश शहरों की पुलिस की आदत बन चुकी है।
* जानकारों के अनुसार होना तो ये चाहिए की पुलिस न केवल इन पर लगातार नजर बनाये रखे, बल्कि समय समय पर इन पर कार्रवाई भी करती रहे। ऐसे में यह कभी न हो कि आर्थिक स्थिति में फायदा हो रहा हो तो इनकी ओर से अपना ध्यान ही हटा दे, और जैसे ही आर्थिक स्थिति को मजबूत करना हो तो फिर इन पर दबाव बनाते हुए, कुछ कार्रवाई कर दे।