CM धामी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत विधानसभा गैरसैंण (भराड़ीसैंण) स्थित मुख्यमंत्री आवास परिसर में लगाया देवदार का पौधा
- देवदार के पेड़ की खासियत जान कर आप भी चौंक जाएंगे
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा गैरसैंण (भराड़ीसैंण) स्थित मुख्यमंत्री आवास परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपनी माताजी श्रीमती बिशना देवी के नाम देवदार का पौधा लगाया।
विधानसभा गैरसैंण (भराड़ीसैंण) स्थित शासकीय आवास परिसर में 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत वृक्षारोपण किया। पर्यावरण संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है और हम वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश में वन क्षेत्र के विस्तार के लिए कार्य कर रहे हैं।
विधानसभा गैरसैंण के प्रभारी… pic.twitter.com/G1FbIh2HAm
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 24, 2024
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत प्रदेश भर में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किया गया। हरेला पर्व से 15 अगस्त तक संपूर्ण प्रदेश में वृक्षारोपण का वृहद अभियान चलाया गया। जिसमें विभिन्न विभागों के साथ जन सहयोग भी लिया गया। विधानसभा गैरसैंण (भराड़ीसैंण) के प्रभारी शेखर पंत ने विधानसभा परिसर में 04 हजार फलदार पौधे लगाए हैं, पर्यावरण संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री ने उनके प्रयासों की सराहना करते हुए उनका आभार भी व्यक्त किया। इस अवसर पर विधायक अनिल नौटियाल, मदन सिंह बिष्ट, हरीश धामी, आदेश चौहान, मनोज तिवारी, विधानसभा भराड़ीसैंण के प्रभारी शेखर पंत भी उपस्थित रहे।
सीएम धामी ने लगाया देवदार का पौधा – ऐसे समझें इस पेड़ की खासियत…
देवदार ठंडे क्षेत्रों में उगने वाला पौधा है। आकार में त्रिशंकु लगने वाला यह पेड़ देखने में तो सुंदर होता ही है साथ ही इसकी लकड़ी भी काफी उपयोगी होती है। ठंडी जगह पर विशेष रुप से उगने वाले इस पेड़ के बीज सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।
आयुर्वेद में देवदार के पेड़ की छाल, टहनियों, पत्तों व फल का इस्तेमाल दवा के तौर पर किया जाता है। देवदार के पेड़ की छाल का उपयोग कैप्सूल, पाउडर और लिक्विड के रूप में किया जाता है। देवदार के पेड़ से बनने वाली दवा सूजन को कम करने व हृदय रोग से बचाने में मदद करती है।
वहीं शुरुआती शोध बताते हैं कि देवदार के एक्स्ट्रैक्ट के साथ विटामिन-सी का सेवन करने से बुजुर्गों की कमजोर होती याददाश्त में कुछ सुधार हो सकता है। शोध में यह भी बताया गया है कि देवदार के अर्क में प्रोसायनिडिन्स पाया जाता है, जो एक प्रकार का फ्लेवोनॉयड है। इस फ्लेवोनॉयड में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पाया जाता है, जिस कारण यह अस्थमा में फायदेमंद साबित हो सकता है।
देवदार के बीज डायबिटीज से लेकर ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में तक आते हैं काम:
: डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए भी यह काफी लाभकारी होता है। देवदार के बीज ग्लूकोज और बुरे कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने के लिए काफी मददगार होते हैं ।
: आंखों की रोशनी उम्र के साथ-साथ कम होती जाती है। लेकिन देवदार के बीजों में मौजूद बीटा-कैरोटीन आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए काफी फायदेमंद होता है।
: देवदार के बीजों में प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में होता है इनका सेवन करने से बाल खूबसूरत बनते हैं। मसल्स बनाने के लिए यह काफी फायदेमंद होता है।
: देवदार के बीज में कैल्शियम भी होता है इसलिए इनका सेवन करने से हड्डियां मजबूत बनती हैं। देवदार के बीजों को रोजाना अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
: देवदार के बीजो में विटामिन ई और विटामिन के पर्याप्त मात्रा में होते हैं। इसमें मौजूद मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं जिससे हार्ट अटैक का खतरा भी कम हो जाता है।