बांग्लादेश हिंसा में हिंदूओं को निशाना बनाया, जयशंकर ने बताया; आगे क्या करने वाली है भारत सरकार
नई दिल्ली । भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश के ताजा हालात की जानकारी सारी पार्टियों को दी। उन्होंने जानकारी दी है कि सभी दलों से खासा समर्थन मिला है। इस्तीफा देने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत पहुंचीं थीं, जहां उनकी मुलाकात भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से हुई थी। अब कहा जा रहा है कि वह भारत से भी रवाना हो चुकी हैं। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा, ‘आज (मंगलवार को) को सर्वदलीय बैठक के दौरान मैंने बांग्लादेश में जारी सभी घटनाक्रमों की जानकारी दी। मैं सभी से मिले समर्थन और समझ की सराहना करता हूं।’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को इस मुद्दे पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की थी।
जयशंकर ने मंगलवार को एक सर्वदलीय बैठक में नेताओं को सूचित किया कि भारत ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मदद का भरोसा दिलाते हुए उन्हें भविष्य की रणनीति तय करने के लिए समय दिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, सर्वदलीय बैठक में जयशंकर ने कहा कि हसीना को भारत आए चौबीस घंटे भी नहीं बीते हैं और वह सदमे में हैं। सूत्रों के मुताबिक, जयशंकर ने कहा कि सरकार हसीना को सदमे से उबरने के लिए समय दे रही है और इसके बाद वह उनकी भविष्य की योजनाओं सहित अन्य मुद्दों पर उनसे बात करेगी।
विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे पर पूरी तरह सरकार के साथ
सूत्रों के अनुसार, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत विभिन्न विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे पर सरकार को पूर्ण सहयोग देने की बात कही। वाईएसआर कांग्रेस नेता वी विजयसाई रेड्डी ने कहा कि उनकी पार्टी देश हित में सरकार के साथ है। बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री हसीना के अचानक इस्तीफा देने और देश छोड़कर जाने से वहां अराजकता की स्थिति पैदा हो गई है। हसीना सोमवार रात बांग्लादेशी वायुसेना के एक सी-130 जे सैन्य विमान से भारत पहुंचीं। बताया जा रहा है कि उनकी लंदन जाने की योजना है।
अराजकता में विदेशी सरकारों की भूमिका से इनकार
सूत्रों के मुताबिक, संसद भवन में राजनीतिक दलों के नेताओं को बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत पड़ोसी देश में मौजूद 10 हजार से अधिक भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेशी सेना के संपर्क में है। सूत्रों के अनुसार, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित अन्य नेताओं के सवालों के जवाब देते हुए विदेश मंत्री ने बांग्लादेश में अराजकता में विदेशी सरकारों की भूमिका से इनकार नहीं किया, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि हालात बहुत संवेदनशील हैं और सरकार पड़ोसी देश के घटनाक्रम पर लगातार नजर रख रही है।
अल्पसंख्यकों के घरों और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया
सूत्रों ने बताया कि सर्वदलीय बैठक में राहुल ने पूछा कि क्या बांग्लादेश में अराजकता को बढ़ावा देने में विदेशी सरकारों का हाथ हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में जयशंकर ने कहा कि बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने अल्पसंख्यकों के घरों और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्री बांग्लादेश के मुद्दे पर राज्यसभा और लोकसभा में बयान दे सकते हैं।
आरक्षण को लेकर बांग्लादेश में सरकार का काफी विरोध
सरकारी नौकरियों में कोटा के चलते बांग्लादेश में सरकार का काफी विरोध हो रहा था, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए थे। आंकड़े बता रहे हैं कि इन प्रदर्शनों के दौरान 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं इस्तीफे की खबरों के बाद प्रदर्शनकारी हसीना के आवास पर भी पहुंच गए थे। उपद्रवियों की कई तस्वीरें भी सामने आईं थीं।