cloud brust : उत्तराखंड फिर से आई तबाही, टिहरी में बादल फटा- अनेक यात्री फंंसे

0

Uttarakhand Flood : टिहरी, उत्तराखंड में 01 अगस्त 2024 को एक बड़ा हादसा हुआ है, जहां बादल फटने से भारी तबाही हुई है। इस हादसे में कई लोगों के मरने की खबर है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, टिहरी जिले के एक गांव में बादल फटने से sudden और भारी बारिश हुई, जिससे वहां के लोगों को भारी नुकसान हुआ है। कई मकान ध्वस्त हो गए हैं, जबकि सड़कें और पुल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। स्थानीय प्रशासन और बचाव दल मौके पर पहुंच गए हैं और राहत कार्य शुरू कर दिया गया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने भी इस हादसे पर दुख जताया है और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

इस हादसे के बाद से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है, और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।

ज्ञात हो कि इन दिनों देशभर में मानसून का बारिश ने त्राहि-त्राहि मचा रखी है. पहाड़ों से लेकर मैदानों तक सभी इलाके जलमग्न हो रखे है. पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन, बादल फटने की घटनाएं बहुत ज्यादा हो रही है. हिमाचल में भी 3 जगहों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आई है. उत्तराखंड के टिहरी में भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि नौताड़ तोक में एक होटल बह गया, जिससे दो लोगों की मौत हो गई. उत्तराखंड और हिमाचल में मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दे रखी थी. चारधाम जाने वाले यात्रियों के अलर्ट किया हुआ था।

दरअसल देवभूमि में एक बार फिर से बारिश आफत बनकर आई है। राज्य में दो दिन से मूसलाधार बारिश हो रही है। इससे कई जगह बादल फटने की खबर सामने आई है। लैंडस्लाइड घटनाएं भी सामने आई हैं। सूबे के टिहरी
जिले के घनसोली में बादल फटने से दो लोगों की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान 50 साल के भानु प्रसाद और  उनकी पत्नी 45 साल की नीलम देवी के रूप में हुईहै । वहीं चारधाम यात्रा पर केदारनाथ धाम गए करीब 200
यात्री फंस गए हैं। इनको निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया है।

घनसाली के जखन्याली में बादल फटने के कारण नौतार नाले के पास एक भोजनालय और एक पुलिया बह गई है। इसकी वजह से एक शख्स घायल हो गया है। घायल की पहचान 28 साल के विपिन के रूप में हुई है। विपिन
को काफी चोटें आई हैं। जाने से उनके 28 वर्षीय बेटे विपिन को चोटें आईं। भीम बाली नाले के पास भी बादल  फटा है। इससे यहां लैंडस्लाइड हुआ और करीब 2 5 मीटर तक रास्ता खराब हो गया है। रास्ते में बड़े-बड़े
बोल्डर आगए हैं। 200 यात्रियों को भीमबती GMVN में सुरक्षित रोका गया है।

मंदाकिनी का जलस्तर बढ़ा…
केदारनाथ पैदल मार्ग के साथ ही भीमबली नाले के पास भी बादल फटा है। इससे यहां लैंडस्लाइड हुआ और करीब 25 मीटर तक रास्ता खराब हो गया है। SDRF, जिला पुलिस और स्थानीय अधिकारियों समेत इमरजेंसी सेवाएं बादल फटने के बाद॑ मौके पर पहुंच गई। औेर यहां फंसे हुए तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। भीम बाली बादल फटने की घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं आई है। वहीं गौरीकुंड में
लगातार भारी बारिश क़ी वजह से गरम कुंड बह गया है। प्रशासन ने गौरीकुंड को खाली कर दिया है। वहीं मंदाकिनी का जल स्तर अचानक तेजी से बढ़ गया है। NDRF, SDRF, पुलिस और अस्पतातों समेत अन्य इमरजेंसी सेवाएं हाई अलर्ट पर हैं।

CM धामी ने आपदा सचिव से ली जानकारी
इस बीच राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देर रात सचिव आपदा से भी जानकारी ली है। वो खुद इस प्राकृतिक आपदा पर अपनी नजर बनाए हैं। उत्तराखंड DGP अभिनव कुमार ने एक लेटर जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि मौसम विभाग ने उत्तराखंड के ज्यादातर जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उन्होंने लोगों को घर पर रहने की सलाह दी है। वहीं यात्रियों को कुछ देर रुकने के बाद अपनी यात्रा जारी करने की सलाह दी है।

उत्तराखंड के इन जिलों में बारिश का रेड अलर्ट :
उत्तराखंड क्षेत्रीय मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए राज्य के सात जिलों में अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। यह अलर्ट बीते मंगलवार रात से ही था। मौसम विभाग ने देहरादून, टिहरी, पौड़ी. नैनीताल, हरिद्वार, उधमसिंहनगर और चंपावत जिलों के अलग अलग इलाकों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *