पूर्व आईटी कमिश्नर बने संदिग्ध डिवाइस मामले में आरोपी, भोपाल के 2 और सहारनपुर, आगरा व दिल्ली के लोग भी शामिल
- सहारनपुर व नोएडा से दो पुलिस हिरासत में, डिवाइस खेलकर कमाना चाहते थे, करोड़ों रुपये
- तबरेज आलम ने सहारनपुर के राशिद उर्फ समीर से 5 लाख में खरीदी थी डिवाइस
Suspicious Radio Active device case : एक्टिव डिवाइस केस में पुलिस ने पूर्व इनकम टैक्स कमिश्नर श्वेताभ सुमन को भी आरोपी बनाया है। माना जा रहा है कि अब पुलिस उन्हें जल्द ही अरेस्ट कर सकती है. जबकि,दो लोगों को पुलिस ने सहारनपुर और नोएडा से हिरासत में लिया
है. जिनसे पूछताछ जारी है…
दरअसल, शुक्रवार को 5 लोगों को पुलिस ने रंडियो एक्टिव डिवाइस के साथ राजपुर रोड स्थित ब्रुक एंड वुडस सोसाइटी में पूर्व इनकम टैक्स कंमिश्नर के फ्लैट से अरेस्ट किया था। 72 घंटो से पुलिस॒ की पड़ताल में घोखाधड़ी की बात सामने आ रही है, इसलिए पुलिस ने धोखाधडी की धाराएं बढ़ाई हैं।
रु.5 लाख में खरीदी थी डिवाइस…
बताया जा रहा है कि आरोपी रेडियो एक्टिव डिवाइस को महंगे दाम पर बेचकर, करोड़ों रुपयें का मुनाफा कमाना चाहते थे। गिरफ्तार आरोपी तबरेज आलम ने सहारनपुर के राशिद उर्फ समीर से रु.5 लाख में ये डिवाइस खरीदी थी। जिसको वह कार से दून लाया था। जहां पूर्व आईटी कमिश्नर श्वेताभ सुमन के फ्लैट में सौदा होना था,जिसके लिए अन्य आरोपी भी बुलाए गए थे।
मुंबई भेजी जाएगी डिवाइस
एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक डिवाइस में कैमिकल की जांच के लिए उसे मुंबई स्थित भाभा एंट्रॉमिक रिसर्च सेंटर भेजा जा रहा है। शनिवार को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। जबकि आरोपी श्वेताभ सुमन की तलाश की जा रही है।
जामिया में कर चुका है पढ़ाई
एसएसपी सिंह के अनुसार पूछताछ में आरोपी तबरेज आलम ने बताया कि सहारनपुर निवासी. राशिद उर्फ समीर उसका परिचित है। करीब 10-11 महीने पहले राशिद ने उसे बताया कि उसके पास रेडियो एक्टिव डिवाइस है, जो करोड़ों में बिकती है। उसे रुपयों की सख्त जरूरत है। ऐसे में वह उसे सस्ते दाम में बेच रहा है। तबरेज आलम ने डिवाइस 5 लाख रुपये में खरीद ली। इसे’महंगे दाम में बेचने की उसकी तैयारी थी। वह पूर्व में जामिया मिलियां इस्लामिया विवि दिल्ली में पढ़ चुका है। वहाँ, उसकी मुलांकात लव मल्होत्रा से हुई थी। जिसने उसे बताया कि उसका एक परिचित सुमित पाठक है, जो कि रेडियो एक्टिव डियाइस के बारे में जानकारी रखता है। इसके बाद लव मल्होत्रा ने तबरेज आलम की मुलांकात सुमित पाठक से करवा दी। डिवाइस बेचने के लिए उन्होंने परिचित सरबर हुसैन को साथ जोड़ा और सुसित पाठक ने सौदा पक्का करने और डिवाइस चेंक करने के लिए उन्हें दून बुलाया।
किराए पर दिया था फ्लैट
इस घटनाक्रम में पुलिस ने विजयनगर आगरा निवासी सुमित पाठक, बेहट सहारनपुर/निवासी तबरेजे-आलम, उत्तमनगर, नई दिल्ली निवासी सरवर हुसैन, जहांगीराबाद भोपाल निवासी जैद अली और टॉप रेजिडेंसी करोल भोपाल अभिषेक जैन को अरेस्ट कियां था। इनके कब्जे से रेडियो एक्टिव डिवाइस बरामद की गई थी। आरोपी राजपुर रोड पर जाखन में ब्रुक एंड वुड्स सोसाइटी स्थित फलैट में रह रहे थे। पुलिस के अनुसार यह फ्लैट पूर्व आयकर आयुक्त श्वेताभ सुमन ने आरोपियों को किराये पर दिया था।
श्वेताभ सुमन की शह पर हुआ सौदा…
पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपियों ने रेडियो एक्टिव डिबाइस के सौदे के लिए पूर्व आईटी कमिश्नर से किराये पर उनका फ्लैट लिया. श्वेताभ सुमन ने सुमित पाठक को इस बात का भरोसा दिलाया था कि वह काफी प्रभावशाली व्यक्ति हैं। उसके घर पर पुलिस नहीं आ सकती। आरोपी तबरेज अपनी कार से रेडियो एक्टिव डिवाइस लेकर दून पहुंचा। वहीं, सुमित पाठक व उसके परिचित सरवर हुसैन को भी सौदे के लिए बुलाया, सुमित पाठक अपने साथ जैद अली व अभिषेक जैन को लाया। सभी आरोपी सुमित पाठक के साथ डिवाइस खरीदारी में हिस्सा चाहते थे।