मास्‍को में पीएम मोदी का बड़ा एलान, रूस में दो नए वाणिज्य दूतावास खोलेगा भारत

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मास्‍को । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस में दो नए वाणिज्य दूतावास खोलने का एलान किया है। पीएम मोदी ने बताया कि रूस के कजान और येकातेरिनबर्ग में भारत को वाणिज्य दूतावास खोले जाएंगे। मॉस्को में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने यह एलान किया। उन्होंने कहा कि ‘मैं आपसे एक अच्छी खबर साझा करना चाहता हूं। हमने तय किया है कि हम कजान और येकातेरिनबर्ग में नए वाणिज्य दूतावास खोलेंगे। इससे दोनों देशों के बीच यात्रा करना और व्यापार में बढ़ोतरी होगी।’

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को रूस के दो दिवसीय दौरे पर राजधानी मॉस्को पहुंचे। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने गर्मजोशी से गले मिलकर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच आज शिखर वार्ता होनी है। इससे पहले सोमवार को रूस पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत किया गया। पुतिन के आवास पर दोनों शीर्ष नेताओं की मुलाकात हुई।

2001 में भी रूस दौरे पर थे पीएम मोदी
मॉस्को में इस्कॉन के अध्यक्ष साधु प्रिय दास ने कहा कि ‘जब वे (पीएम मोदी) साल 2001 में मॉस्को आए थे और उन्होंने इस्कॉन मंदिर में पूजा अर्चना भी की थी। उस दौरान पीएम मोदी करीब एक घंटे तक मंदिर में रहे थे। प्रधानमंत्री ने उस दौरे की एक तस्वीर मांगी जो मैंने उन्हें मुहैया कराई।’

‘पूरी दुनिया कह रही है कि तीसरी सदी भारत की सदी है’
पीएम मोदी ने कहा कि ‘भारत और रूस गंगा-वोल्गा के जरिए रिश्तों को री-डिस्कवर कर रहे हैं। दुनिया के सभी एक्सपर्ट कह रहे हैं कि तीसरी सदी भारत की सदी है। आज विश्व बंधु के रूप में भारत दुनिया को नया भरोसा दे रहा है। भारत की काबिलियत से पूरी दुनिया समृद्धि और शांति की उम्मीद लगा रही है। आज भारत को मजबूत स्तंभ के रूप में देखा जाता है। आज भारत जब कुछ कहता है तो पूरी दुनिया सुनती है। जब भी दुनिया पर संकट पर आता है तो दुनिया भारत की तरफ देखती है।’

‘मेरे तो डीएनए में ही चुनौतियों को चुनौती देना है’
प्रधानमंत्री ने कहा सेमीकंडक्टर, ग्रीन हाइड्रोजन और विश्वस्तरीय आधारभूत ढांचा आदि दुनिया के विकास का अध्याय लिखेगी। आज विश्व अर्थव्यवस्था में 15 प्रतिशत भारत का योगदान है और आने वाले समय में इसका विस्तार होगा। वैश्विक गरीबी से लेकर जलवायु परिवर्तन तक हर चुनौती को भारत टक्कर देगा और मेरे तो डीएनए में है चुनौती को चुनौती देना।

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