दिल्ली चुनाव 2025 का रिजल्ट आने से पहले केजरीवाल के घर पहुंची ACB की टीम

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  • जानिए पूरा मामला

ACB team reached Kejriwal house: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के घर पर शुक्रवार को भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) की टीम जांच के लिए पहुंची है। यह कार्रवाई उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के आदेश के बाद हो रही है, जिन्होंने आप नेताओं द्वारा भाजपा पर लगाए गए आरोपों की जांच के निर्देश दिए हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मामला दिल्ली की सियासत को और गर्मा सकता है। भाजपा ने जहां आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है, वहीं ‘आप’ नेताओं का कहना है कि उनके पास सबूत हैं, जिन्हें वे जरूरत पड़ने पर सार्वजनिक करेंगे। इस बीच, ACB की टीम ने अपनी जांच तेज कर दी है।

केजरीवाल का आरोप – BJP ने ‘आप’ विधायकों को खरीदने की कोशिश की

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले भाजपा उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दावा किया कि ‘आप’ के 16 उम्मीदवारों को भाजपा की ओर से 15-15 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया, साथ ही मंत्री पद देने का वादा भी किया गया था। आप सांसद संजय सिंह ने भी केजरीवाल के आरोपों का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा दिल्ली में ‘आप’ की सरकार गिराने की साजिश रच रही है।

भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB): जांच शुरू की

दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने इस मामले की जांच के लिए भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) को निर्देश दिए हैं। उपराज्यपाल कार्यालय द्वारा मुख्य सचिव को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि ‘आप’ नेताओं ने भाजपा पर विधायकों को खरीदने का गंभीर आरोप लगाया है, इसलिए इस मामले की गहराई से जांच जरूरी है।

एलजी को ज्ञापन: दिल्ली भाजपा महासचिव विष्णु मित्तल ने दिया था

इस मामले में दिल्ली भाजपा महासचिव विष्णु मित्तल ने उपराज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों के समर्थन में कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया है। उन्होंने उपराज्यपाल से अनुरोध किया कि या तो ACB इस मामले की एफआईआर दर्ज करे या किसी अन्य एजेंसी से जांच करवाई जाए।

दावे: ‘आप’ उम्मीदवारों ने भी किए

केजरीवाल के आरोपों के बाद सुल्तानपुर माजरा से ‘आप’ उम्मीदवार और दिल्ली सरकार में मंत्री मुकेश अहलावत और द्वारका से ‘आप’ विधायक विनय मिश्रा ने भी दावा किया कि उन्हें भाजपा की ओर से ऑफर मिले थे। उनका कहना है कि उन्हें चुनाव नतीजों से पहले ही पार्टी छोड़ने के लिए पैसे और मंत्री पद का लालच दिया गया था।

राजनीतिक हलचल: दिल्ली चुनाव परिणाम से पहले तेज

दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए 5 फरवरी को मतदान हुआ था और अब 6 फरवरी को वोटों की गिनती होगी। आम आदमी पार्टी (आप) लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है, जबकि भाजपा राजधानी में 27 साल बाद सरकार बनाने का सपना देख रही है।

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