USAID: जिसे Donald Trump करना चाहते हैं बंद
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एलन मस्क बताते हैं ‘आपराधिक संगठन’
एलन मस्क (Elon Musk) ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) इस बात पर सहमत हैं कि यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) को ‘बंद’ किया जाना चाहिए। बता दें कि US एजेंसी को लेकर तभी से अटकलें लगाई जा रही थीं जब इसकी फंडिंग पर रोक लगा दी गई और इसके दर्जनों कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया।
डोनाल्ड ट्रंप से मस्क ने की बात
CNN के मुताबिक, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के मालिक एलन मस्क ने सोमवार एक्स स्पेसेस के साथ बातचीत में कहा, “USAID के संबंध में मैंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से विस्तार से चर्चा की। डोनाल्ड ट्रंप इस बात पर सहमत हुए कि हमें इसे बंद कर देना चाहिए।” एलन मस्क ने कहा कि उन्होंने कई बार डोनाल्ड ट्रंप से इस बारे में बात की है। इसके बाद ही ट्रंप ने पुष्टि की कि वह इस एजेंसी को बंद करना चाहते हैं, जो सालाना अरबों डॉलर की मानवीय सहायता और विकास निधि वितरित करती है।
https://twitter.com/realDonaldJNews/status/1886454938252796227
USAID को मस्क ने इसलिए बताया आपराधिक संगठन
जानकारी के अनुसार, एलन मस्क की यह टिप्पणी USAID के दो शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को शनिवार रात प्रशासनिक अवकाश पर भेजे जाने के बाद आई। दोनों अधिकारियों ने सरकारी दक्षता विभाग (DOGI) के सदस्यों को एजेंसी के सिस्टम तक पहुंच देने से मना कर दिया था, जबकि DOGI कर्मियों ने कानून प्रवर्तन को बुलाने की धमकी दी थी। हालांकि, डीओजीई कर्मफाइलों तक पहुंचने में कामयाब रहे। इस घटना पर X पर प्रतिक्रिया देते हुए मस्क ने USAID को एक आपराधिक संगठन बताया। उन्होंने कहा कि इसके खत्म होने का समय आ गया है। पिछले हफ्ते USAID के लगभग 60 वरिष्ठ कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया था। उन सभी पर आरोप था कि वे 90 दिनों के लिए विदेशी सहायता को रोकने के ट्रंप के कार्यकारी आदेश को दरकिनार करने की कोशिश कर रहे थे। एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी को इस कदम को पलटने की कोशिश करने के लिए छुट्टी पर भेज दिया गया, क्योंकि उन्हें किसी गलत काम का सबूत नहीं मिला।
Two senior USAID security officials were placed on leave after refusing Elon Musk’s DOGE office access to agency systems. DOGE personnel also threatened to call law enforcement. pic.twitter.com/PxHyML2Lf2
— therealstateofamerica (@stateofamerica1) February 2, 2025