Weather Update: पहाड़ों पर भारी बर्फबारी, मैदानी इलाकों में बरसात
- दिल्ली में टूटा 101 साल का रिकॉर्ड
Weather Update: नए साल का जश्न शुरू होने से पहले मौसम में आए बदलाव से कहीं ‘कहीं खुशी, कही गम’ जैसे हालात हैं। छुट्टियों में मौसम का आनंद उठाने पहाड़ों पर पहुंचे पर्यटक तो बर्फबारी का मजा ले रहे हैं, लेकिन कहीं-कहीं भारी बर्फबारी और बारिश ने सैलानियों का मजा किरकिरा भी कर दिया है। भारी बर्फबारी में कई पर्यटक फंस गए है। कश्मीर में मौसम की पहली बड़ी बर्फबारी के कारण बड़ी परेशानी भी हो गई। उड़ानें रद्द कर दी गईं, प्रमुख राजमार्ग अवरुद्ध हो गए और कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई, जिससे शनिवार को घाटी में जनजीवन ठप हो गया। घाटी के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु के करीब रहा। उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग के स्की रिसॉर्ट में न्यूनतम तापमान शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया।
वहीं उत्तराखंड के पिथौरागढ जिले की ऊंची चोटियां बर्फ से लकदक हो गई हैं। पर्यटकों ने मुनस्यारी में बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया। चीन और नेपाल सीमा से सटे दारमा और व्यास घाटी के गांवों में शुक्रवार देर रात से तेज हवाओं के साथ बर्फबारी जारी है। इसके अलावा देवभूमि में दो दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश से लोग परेशान हैं। देहरादून में दूसरे दिन शनिवार को भी सामान्य तापमान में छह डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इसके चलते दिनभर ठिठुरन रही।
दिल्ली में 101 साल का रिकॉर्ड टूटा
दिल्ली में दिसंबर महीने में एक दिन की सबसे ज्यादा बारिश का 101 साल का रिकॉर्ड टूट गया। शनिवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटों में 41.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे पहले तीन दिसंबर, 1923 को 75.7 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। यह पांचवां सबसे ज्यादा बारिश वाला दिसंबर है।
शिमला में 23 संपर्क सड़कें, 51 ट्रांसफॉर्मर और 26 पानी की स्कीमें बंद
हिमाचल प्रदेश में भी सड़कों और राजमार्गों पर बर्फ जमने से सफर जोखिम भरा हो गया है। कई स्थानों पर वाहनों के फिसलने की घटनाएं सामने आई हैं। शिमला जिले में हिमपात से 23 संपर्क सड़कें, 51 ट्रांसफॉर्मर और 26 पानी की स्कीमें बंद हैं। विभाग ने 30 और 31 दिसंबर को मौसम साफ रहने का अनुमान जताया है, लेकिन एक से तीन जनवरी तक फिर से बारिश और हिमपात का अनुमान है।
वाहनों को एंटी-स्किड स्नो चेन से लैस करें
सेना ने गुलमर्ग के स्की रिसार्ट में फंसे पर्यटकों को निकाला और सलाह दी कि पर्यटक और स्थानीय लोग अपने वाहनों को एंटी-स्किड स्नो चेन से लैस करें और सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक अपनी यात्रा की योजना बनाएं। कश्मीर में सर्दियों का एक प्रमुख गंतव्य गुलमर्ग अपने बर्फ से ढके परिदृश्य और स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग जैसे शीतकालीन खेलों के लिए प्रसिद्ध है जो देश भर से हिमपात के शौकीनों को आकर्षित करता है।
पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं का असर
-आईएमडी ने कहा कि सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के साथ इसके संपर्क के कारण दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में हल्की से मध्यम बारिश/आंधी चल रही है। दिल्ली के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
-शनिवार को न्यूनतम तापमान 12.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मौसम के औसत से छह डिग्री अधिक है। इसके अलावा, आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को सुबह 9 बजे एक्यूआइ 152 पर पहुंचने के साथ दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ और यह ‘मध्यम’ हो गई।
जम्मू-कश्मीरः उड़ानें रद्द, रेल और सड़क संपर्क कटा
-श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शनिवार को सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिससे पर्यटकों सहित सैकड़ों यात्री फंस गए। रनवे पर बर्फ जमने और दृश्यता में कमी को उड़ानों को रोकना पड़ा है।
-श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग कई हिस्सों में बर्फ जम जाने के कारण अवरुद्ध हो गया। इसके कारण
आवश्यक वस्तुओं से लदे ट्रकों सहित कई वाहन फंस गए, जिससे यातायात जाम हो गया।
देवभूमि उत्तराखंड में ठंड से लोग बेहाल
उत्तराखंड के पहाड़ों में शुक्रवार-शनिवार को कई जगह बर्फबारी तो वहीं निचले इलाकों में हुई झमाझम बारिश हुई। दरअसल पिथौरागढ जिले के अधिकांश जगहों पर बीते दिन से ही बादल छाए रहे। शनिवार तड़के कुछ देर के लिए धूप निकली लेकिन दोपहर एक बजे से झमाझम बारिश शुरू हो गई। इससे बाजार में भी सन्नाटा पसरा रहा। उधर मुनस्यारी के खलिया, बलाती समेत हंसलिंग, राजरंभा, पंचाचूली, छिपलाकेदार आदि चोटियों में बर्फबारी हुई। नए साल का जश्न मनाने मुनस्यारी आए पर्यटकों ने बर्फबारी का जमकर आनंद उठाया। इस समय क्षेत्र के अधिकांश होटल और होम स्टे बुक चल रहे हैं। बर्फबारी से पर्यटकों के साथ ही होटल, होम स्टे संचालकों के चेहरे भी खिल उठे। अस्कोट, बंगापानी, डीडीहाट, बेड़ीनाग आदि जगहों पर बारिश से लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है।
कालामुनि-बेटुलीधार में बंद रही हिमनगरी की सड़क
मुनस्यारी में बर्फबारी के चलते थल-मुनस्यारी मार्ग शुक्रवार की रात बंद हो गया। सुबह सड़क यातायात के लिए खोल दी। इससे पिथौरागढ़, हल्द्वानी आदि जगहों पर जाने वाले यात्रियों को राहत मिली। बाद में हिमपात के चलते कालामुनि और बेटुलीधाार में सड़क फिर से बंद हो गई। इससे मुनस्यारी आने वाले यात्रियों के साथ ही पर्यटक भी फंस गए। यदि हिमपात के चलते सड़क बंद रही तो यहां आने वाले पर्यटकों के साथ ही पर्यटन कारोबारियों को मायूसी का सामना करना पड़ सकता है।
बारिश से फसलों को मिली संजीवनी
थल और नाचनी में सर्दियों के मौसम की पहली बारिश शुक्रवार की रात 10 बजे से शुरू हुई। इससे फसल और सब्जियों को नई संजीवनी मिल गई है। शनिवार की सुबह बादल छाए रहने से रामगंगा घाटी क्षेत्र से कोहरा हट गया। सुबह दस बजे बाद कुछ देर धूप निकली लेकिन अपरान्ह एक बजे से फिर से बारिश शुरू हो गई है। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। ठंड के चलते लोग घरों के भीतर रजाई में दुबके रहे। उधर नाचनी में शुक्रवार रात से ही रुक-रुक कर बारिश जारी रही। बारिश से सूखती फसलों में जान आ गई है। बिजली आपूर्ति सुचारु नहीं होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
दारमा और व्यास घाटी में दो फुट से अधिक बर्फबारी
चीन और नेपाल सीमा से सटे दारमा और व्यास घाटी के गांवों में शुक्रवार देर रात से तेज हवाओं के साथ बर्फबारी जारी है। इससे उच्च हिमालयी क्षेत्र में सुरक्षा को मुस्तैद जवान और ग्रामीणों को पानी और संचार की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। साथ ही बीआरओ का सड़क निर्माण कार्य भी बाधित हुआ है। उच्च हिमालयी क्षेत्र में तैनात एसएसबी एफ जवानों के नेपाल सीमा से सटे गुंजी से नपलच्यू तक तीन से चार किमी तक दो फुट से अधिक बर्फबारी में गश्त जारी रखी। गर्ब्यांग, गुंजी, कालापानी आदि पोस्ट में बर्फबारी और कड़ाके की ठंड जारी है। दारमा घाटी क्षेत्र के 14 गांवों में सीजन की तीसरी बर्फबारी जमकर हुई है। बर्फबारी के कारण संचार सुविधा और सड़क बंद होने से गांव में कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। बर्फबारी से लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। प्राकृतिक स्रोत और नल में पानी जमने से पंचाचूली में पर्यटकों के साथ होम स्टे संचालक बर्फ पिघलाकर पीने को मजबूर हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो आज (रविवार) से अगले तीन दिन तक मौसम साफ रहेगा। हालांकि 29 दिसंबर को चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है।
टिहरी के कोटी में सबसे अधिक बारिश
बीते 24 घंटाें के आंकड़ों पर नजर डालें तो टिहरी जिले के कोटी इलाके में सबसे अधिक 83 एमएम बारिश हुई। धनोल्टी में 41 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा रायवाला में 18.5, नरेंद्र नगर में 17, ऋषिकेश में 15.5, मुक्तेश्वर में 14.5 और नैनीताल में 12 एमएम बारिश दर्ज की गई।
स्थान अधिकतम न्यूनतम
- देहरादून 14.4 11.4
- पंतनगर 19.5 12.4
- मुक्तेश्वर 6.9 2.0
- नई टिहरी 6.3 3.2