अलीगढ़ में मिला एक और मंदिर, परिसर में बना था कूड़ाघर
- हिंदू नेताओं ने की मंदिर की सफाई, जमकर हुई नारेबाजी
अलीगढ़। थाना देहलीगेट क्षेत्र के अतिसंबेदनशील मोहल्ला सराय मियां को संकरी गली में बृहस्पतिबार को एक प्राचीन शिव मंदिर मिला है। मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियां टूटी हुई हैं। मंदिर परिसर को कूड़ाघर बनाया हुआ था। गेट पर ताला लगा था, जिसे हिंदू नेताओं ने पुलिस की मौजूदगी में तोड़ा और मंदिर की सफाई की। ज्ञात हो
कि, गत दिवस मोहल्ला सराय रहमान की घनी मुस्लिम आबादी में 50 साल पुराना शिव मंदिर मिला था।
लोगों का कहना है कि यहां कोरी समाज की घनी आबादी थी, लेकिन धीरे-धीरे लोग यहां से मकान बेचकर चले गए। अब यहां घनी मुस्लिम आबादी है। एक भी हिंदू परिवार नहीं रहता। पास के मोहल्ले में रहने वाले भजनलाल माहौल ने बताया कि पिछले 50 साल से मंदिर में पूजा-अर्चना नहीं हुई है। उधर, गली में रहने वाले मो. अकील कुरैशी ने बताया कि देखरेख के अभाव में मंदिर की हालत खराब हुई हैं। मोहल्ले के लोगों ने ही मंदिर की सुरक्षा को देखते हुए दीवार लगवाई है।
त्रेतायुग में महाराजा दशरथ की दुग्धशाला था बड़ी संगत मंदिर
गोंडा। सरल बहुल इमामबाड़ा मोहल्ला स्थित बड़ी संगत मंदिर परिसर त्रेतायुग में महाराजा दशरथ की दुग्धशाला थी। मंदिर के मुख्य पुजारी रामजी दास के अनुसार मान्यता है कि गोनार्द ( अब गोंडा) में हो महाग़जा दशरथ की गायें चरा करती थीं। यहाँ पर कामधनु को भी रखा गया था, जिसका दूध अयोध्या भेजा जाता था। श्रीरम को कामधेनु गाय का ही दूध पिलाया जाता था। करीब 200 वर्ष पहले उसी दुग्धशाला में उदासीन संप्रदाय के मंदिर का निर्माण कराया गया। जिला प्रशासन ने बुधवार को अभियान चलाकर परिसर को अतिक्रमण मुक्त कराया।